इंग्लैंड ने हैदराबाद टेस्ट किया फतेह, भारतीय टीम की करारी हार
सीरीज में हासिल की 1-0 की बढ़त , डेब्यू कर रहे टॉम हार्टले के आगे भारतीय बल्लेबाजों ने टेके घुटने
चंडीगढ़, 28 जनवरी (विश्ववार्ता) इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला 28 रन से जीत लिया है, जहां इस जीत से इंग्लिश टीम ने सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। इसके साथ ही दूसरा टेस्ट 2 फरवरी से विशाखापट्टनम में खेला जाएगा। वहीं हैदराबाद में रविवार को 231 रन का टारगेट चेज कर रही भारतीय टीम दूसरी पारी में 202 रन पर ऑलआउट हो गई। हालांकि, भारतीय टीम के लिए यह हार बेहद शर्मनाक है। मैच की चौथी पारी में भारत सिर्फ दो सत्र में ऑल आउट हो गया।
इसके साथ ही कप्तान रोहित शर्मा ने 39 रन बनाए, जहां रविचंद्रन अश्विन और केएस भरत ने 28-28 रनों की पारी खेली। वहीं इंग्लैंड की ओर से डेब्यू कर रहे टॉम हार्टले ने 7 विकेट लिए। बता दें इंग्लैंड ने चौथे दिन की शुरुआत 316/6 के स्कोर से की और दूसरी पारी में 420 रन बनाकर भारत को जीत के लिए 231 रन का टारगेट दिया। वहीं ओली पोप ने 196 रन की पारी खेली, इसके पहले भारत ने पहली पारी में 436 रन और इंग्लैंड ने 246 बनाए थे।
इस मैच में इंग्लैंड ने पहली पारी में 246 रन बनाए थे। इसके जवाब में भारत ने 436 रन बनाकर 190 रन की बढ़त हासिल की। दूसरी पारी में इंग्लैंड ने 420 रन बनाए और भारत के सामने 231 रन का लक्ष्य रखा। इसके जवाब में टीम इंडिया 202 रन पर सिमट गई और मैच हार गई। इस मैच में चौथे दिन की शुरुआत तक भारतीय टीम मजबूत स्थिति में थी, लेकिन आखिरी दिन इंग्लैंड ने कमाल किया और मुकाबला अपने नाम किया है। इंग्लैंड ने 190 रन से पिछडऩे के बाद यह मुकाबला जीता है। इंग्लैंड की इस ऐतिहासिक जीत के सूत्रधार रहे ओली पोप, जिन्होंने दूसरी पारी में 196 रन बनाए और टॉम हार्टले, जिन्होंने दूसरी पारी में सात विकेट लिए। अपने घर में भारतीय टीम आखिरी टेस्ट मैच इंग्लैंड के खिलाफ ही हारी थी।
मैच में क्या हुआ?
इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। कप्तान बेन स्टोक्स के 70 रनों के चलते टीम 246 रन बनाने में सफल रही। भारत के लिए रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन ने तीन-तीन विकेट लिए। भारत ने इसके जवाब में 436 रन बनाए। यशस्वी जायसवाल ने 80, लोकेश राहुल ने 86 और रवींद्र जडेजा ने 87 रन का योगदान दिया। इंग्लैंड के लिए जो रूट ने चार और हार्टले, रेहान ने दो-दो विकेट लिए। इंग्लैंड की दूसरी पारी में ओली पोप ने 196 और बेन डकेट ने 47 रन बनाए। भारत के बुमराह ने चार और अश्विन ने तीन विकेट लिए। इंग्लैंड की टीम 420 रन बनाने में सफल रही और भारत के सामने 231 रन का लक्ष्य रखा। इसके जवाब में भारतीय बल्लेबाज पूरी तरह फेल रहे। सबसे ज्यादा 39 रन कप्तान रोहित शर्मा ने बनाए। 28 रन बनाने वाले अश्विन और भरत टीम के दूसरे सर्वोच्च स्कोरर थे। इंग्लैंड के टॉम हार्टले ने सात विकेट लिए और टीम की जीत में सबसे अहम योगदान दिया।
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह सिर्फ चौथा मौका है, जब इंग्लैंड की टीम ने मैच में सभी 20 विकेट लिए हैं, लेकिन उनके तेज गेंदबाजों को कोई विकेट नहीं मिला। इससे पहले 1952 में नागपुर में भारत के खिलाफ, 1956 में मैनचेस्टर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ, 2018 में पल्लेकल में श्रीलंका के खिलाफ ऐसा हुआ था।