बीमा कंपनियों द्वारा किसानों की लूट में कैप्टन सरकार भागीदार – बीबी सरबजीत कौर माणूंके
बेलगाम बीमा कंपनी के लुटेरे फरमानों को तुरंत रद्द करे सरकार
लोगों को बेहतरीन सेहत सुविधा देने के लिए केजरीवाल मॉडल अपनाए पंजाब सरकार
भाई घन्हैया सेहत योजना के अंतर्गत बीमा कंपनी द्वारा किसानों को 19 करोड़ का चूना
चंडीगढ़, 12 नवंबर 2020 (विश्ववार्ता):आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने भाई घन्हैया सेहत सेवा स्कीम के साथ जुड़े किसानों पर बीमा कंपनी की ओर से करोड़ों रुपए की फालतू चपत लगाए जाने के लिए अमरिंदर सिंह सरकार को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है।
पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान में नेता प्रतिपक्ष की उप नेता बीबी सरबजीत कौर माणूंके ने कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार को कोसते हुए मांग की कि किसानों को लूट रही बीमा कंपनियों के साथ भागीदार बनने की बजाए कैप्टन सरकार इन बेलगाम बीमा कंपनियों पर नकेल कसे।
‘आप’ विधायिका बीबी माणूंके ने कहा कि सरकार की इससे बड़ी नालायकी क्या हो सकती है कि पुरानी बीमा कंपनी के बीच में से ही भाग जाने से जहां प्रीमियर देने वाले किसान 6 माह से इस योजना का लाभ लेने से वंचित हैं, वहीं सरकार द्वारा चयन की गई नई सेहत बीमा कंपनी ने सीधा 60 प्रतिशत प्रीमियर में बढ़ौतरी कर दी है। जिससे करीब डेढ़ लाख उपभोक्ता किसानों पर 19 करोड़ रुपए का फालतू बोझ पड़ गया है, जो पूरी तरह अनावश्यक और ग़ैरवाजिब है। इस लिए सरकार को चाहिए कि वह बीमा कंपनी के लुटेरे फरमान को तुरंत रद्द करके किसानों को राहत दे।
बीबी माणूंके ने कैप्टन सरकार को बेहद भ्रष्ट सरकार करार देते हुए कहा कि इस बात से मुनकर नहीं हुआ जा सकता कि उच्च स्तरीय भागीदारी के तहत हिस्सा-पत्ती लेकर इस बीमा कंपनी को किसानों को लूटने की छुट दे दी गई हो, क्योंकि निजी बिजली कंपनियों, प्राईवेट अस्पतालों समेत कृषि यंत्रों पर मिलती सब्सिडी में ऐसा माफ़िया पहले सी ही सक्रिय है।
बीबी सरबजीत कौर माणूंके ने पंजाब में सरकारी सेहत सेवाओं में क्रांतिकारी सुधार की मांग करते कैप्टन सरकार को नसीहत दी कि लोगों को सेहत सुविधाएं देने के लिए पंजाब सरकार को दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार का सेहत मॉडल अपनाना चाहिए। जहां सरकारी अस्पतालों में हर वर्ग के लिए बेहतरीन सेहत सुविधा मुफ्त दी जाती हैं। इस लिए यदि प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में अच्छी और मुफ्त सेहत सुविधा उपलब्ध होंगी तो ऐसी निजी बीमा कंपनियां न किसानों (लोगों) को लूट सकेंगी और न ही सरकारी खजाने को चपत लगा सकेंगी।