*दो महीने से अधिक समय से खाली पड़े पीपीएससी अध्यक्ष पद पर नियुक्ति न होने से पंजाब का युवा हताश: मीत हेयर*
*-पीपीएससी का कामकाज ठप, सफल उम्मीदवारों सहित एक लाख से अधिक आवेदकों का भविष्य अधर में लटका*
*-युवाओं को आयु में विशेष छूट देने की उठाई मांग, पीपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया हो तेज*
*चंडीगढ़,24 सितंबर : आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने पिछले दो महीने से अधिक समय से खाली पड़े पंजाब लोक सेवा आयोग (पीपीएससी) के अध्यक्ष पद नहीं भरने पर सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय से जारी एक बयान में आप विधायक और यूथ विंग के अध्यक्ष गुरमीत सिंह मीत हेयर ने पंजाब सरकार को घेरते हुए आरोप लगाया कि सरकार इस रिक्त पद को न भरकर उन लाखों प्रतिभाशाली इच्छुक युवाओं से धोखा कर रही है, जो प्रतिदिन ओवरएज हो रहे हैं लेकिन नौकरशाह बनकर पंजाब को प्रगति के पथ पर अग्रसर रखना चाहते हैं।
विधायक मीत हेयर ने कहा कि अध्यक्ष की नियुक्ति न होने से पीपीएससी का कामकाज ठप हो गया है। जिस कारण पंजाब सिविल सेवा में सफल उम्मीदवारों के अलावा विभिन्न पदों के लिए एक लाख से अधिक आवेदकों का भविष्य अधर में लटका हुआ है। “इस कारण सभी परीक्षाएं और साक्षात्कार कार्यक्रम बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। “अध्यक्ष की नियुक्ति न होने से सभी परीक्षाएं और साक्षात्कार पर इसका बुरा असर पड़ा है। पीपीएससी के पूर्व अध्यक्ष का कार्यकाल 16 जुलाई को पूरा हो गया था जिसके बाद से यह पद अभी तक खाली पड़ा है।”
आप नेता ने कहा कि सत्तारूढ़ कांग्रेस ने लंबे समय से योग्यता के आधार पर नियुक्तियां नहीं की हैं जिस कारण राज्य के हजारों इच्छुक व प्रतिभाशाली युवा प्रतिदिन नौकरियों के लिए तय आयु सीमा को पार कर रहे हैं।
“तीन महीने से अधिक समय होने के बावजूद सफल पीसीएस उम्मीदवार आज भी नौकरी मिलने का इंतजार कर रहे हैं तथा हजारों उम्मीदवार हताश हैं। वहीं दूसरी ओर जूनियर इंजीनियर, पशु चिकित्सा अधिकारी, स्कूल प्रिंसिपल, सहायक प्रोफेसर और अन्य पदों के लिए आवेदन करने वाले आवेदक अपनी परीक्षा होने का इंतज़ार कर रहें हैं, जिनके लिए पीपीएससी ने विज्ञापन जारी किया था। इतना ही नहीं सब डिविजनल अधिकारियों (एसडीओ) के लिए लिखित परीक्षा पहले ही आयोजित की जा चुकी है लेकिन साक्षात्कार अभी भी लंबित हैं। साथ ही नायब तहसीलदार के पदों पर करीब 80,000 आवेदकों ने आवेदन किया है।
मीत हेयर ने कहा कि सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि प्रतिभाशाली युवाओं को पीछे धकेलने का क्या कारण हैं। “क्या यह कांग्रेस का घर-घर रोजगार के अपने वादे से मुकरने का एक और प्रयास नहीं है?”
उन्होंने पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली सरकार से पिछली कैप्टन सरकार के सुस्त रवैये को न अपनाने और पंजाब के सभी महत्वपूर्ण मामलों पर तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने पीपीएसी के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी किसी ,ईमानदार और सक्षम व्यक्तित्व को सौंपने की भी मांग की।
आप विधायक ने यह भी मांग की है कि चेयरमैन का पद लंबे समय से रिक्त होने के कारण जिन युवाओं की उम्र निर्धारित आयु सीमा से अधिक हो चुकी है,उन्हें विशेष छूट दी जाए। ताकि पंजाब का काबिल युवा अपनी काबिलियत से प्रदेश को विकास की नई राह पर ले जा सके।
मीत हेयर ने कहा कि नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पीपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया में तेजी लाएं और सभी नियम-कायदों का पालन करते हुए योग्यता के आधार पर इस पद की जिम्मेदारी काबिल व्यक्ति को सौंपें।