चंडीगढ, 27 फरवरी (विश्व वार्ता) पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि एसवाईएल नहर के लिए अगर उन्हे खुद शहीद होना पड़े तो वही पीछे नही हटेगें। पंजाब विधानसभा में मुख्यमंत्री कैप्टन ने एलान किया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मंजूर रिपेरियन सिद्धांत के मुताबिक पंजाब के पास अतिरिक्त पानी नहीं है और बेसिन से नॉन-बेसिन क्षेत्रों में पानी ले जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
कैप्टन ने कहा 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी घोषणा पत्र के मुताबिक उनकी सरकार की मुख्य प्राथमिकता राज्य के पानी की रक्षा करना है। उनकी सरकार पंजाब के पानी के हक की रक्षा के लिए अपने प्रयत्न जारी रखेगी, जिससे पंजाबी किसानों और भूमि रहित कृषि कामगारों के जीवन निर्वाह को यकीनी बनाया जा सके। राज्य के बेशकीमती जल स्रोतों को बचाने के लिए उनकी सरकार की ओर से उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब जल स्रोत (प्रबंधन और नियम) एक्ट-2020 को लागू करने के अलावा सरकार ने ‘पानी बचाओ, पैसा कमाओ’ नाम से प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसका मकसद किसानों को भूजल का इस्तेमाल घटाकर पैसा कमाने और पानी बचाने के लिए उत्साहित करना है।
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