कैप्टन सरकार ने निजी कालेजों के प्लेसमेंट कैंपों का किया कांग्रेसीकरन – मीत हेयर
सरकारी मुलाजिमों और बेरोजगारों के हक में ‘आप’ ने निशाने पर ली कैप्टन सरकार
चण्डीगढ़, 18 जुलाई 2020 (विश्ववार्ता):आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने जहां प्रदेश सरकार की ओर से नई सरकारी भर्ती के लिए केंद्रीय वेतन स्केल लागू किए जाने वाले फैसले का विरोध करते हुए इस को तुरंत वापिस लेने की मांग की है, वहीं कैप्टन सरकार के तथाकथित ‘घर-घर नौकरी’ प्रोगराम को ओर तेज किए जाने वाले दावे को एक ओर धोखा करार दिया है।
पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा पार्टी के सीनियर नेता और विधायक अमन अरोड़ा और प्रवक्ता विधायक मीत हेयर ने कैप्टन सरकार पर मुलाजिमों का गला दबाने का आरोप लगाया और ‘घर-घर सरकारी नौकरी’ प्रोगराम के दौरान अब तक दी नौकरियों के संदर्भ में ‘वाइट पेपर’ जारी करने की मांग की।
अमन अरोड़ा ने कहा कि केंद्रीय पे-स्केल को पंजाब में लागू करने से नए भर्ती होने वाले मुलाजिमों के वेतन 35 से 40 प्रतिशत कम हो जाएंगे। अमन अरोड़ा ने कहा कि सरकारी प्रबंध चलाने में अहम भूमिका निभाने वाले सरकारी मुलाजिमों के साथ यह शर्त बेहद घातक साबित होगी, जिस का आम आदमी पार्टी सख्त विरोध करती है। अमन अरोड़ा ने कहा कि सरकार की ज्यादतियों, बेइनसाफियों और मुलाजिम विरोधी नीतियों के खिलाफ पंजाब भर के मुलाजिम पहले ही सडक़ों पर रोष-प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं।
अमन अरोड़ा ने कहा कि सरकार मुलाजिम वर्ग का गला दबाने की बजाए सरकारी संरक्षण में चल रहे रेत माफिया, शराब माफिया, बिजली माफिया, लैंड माफिया और ट्रांसपोर्ट माफिया को नकेल कस कर वार्षिक 30 हजार करोड़ तक की आमदन बढ़ाए।
कैप्टन सरकार की तरफ से ‘घर-घर सरकारी नौकरी’ मुहिम को ओर तेज करने के दावे के साथ ऑनलाइन प्रोगराम शुरू करने के ऐलान को एक ओर धोखा करार देते हुए विधायक मीत हेयर ने कहा कि सब से पहले सरकार ‘वाइट पेपर’ जारी करके यह बताए कि अब तक पंजाब के कितने घरों में नौकरियां दे चुकी है।
मीत हेयर ने कहा कि बतौर विधायक वह ज़्यादा समय लोगों में ही बीताते हैं, परंतु साढ़े तीन सालों में अभी तक उन खुशकिस्मत नौजवान लडक़े-लड़कियों का पता नहीं लगा, जिनको सरकार के ‘घर-घर नौकरी’ प्रोगराम के तहत नौकरी मिली हो। इस लिए सरकार वाइट पेपर के द्वारा गांव-शहर के हर नौकरी लोने वाले नौजवान का पूरा ब्योरा पंजाब के लोगों के समक्ष रखे।
मीत हेयर ने कहा कि प्राईवेट कालेजों के प्लेसमेंट कैंपों का कांगरेसीकरन करके कैप्टन सरकार न केवल पंजाब के खजाने को करोड़ों रुपए का फालतू चूना लगा रही है, बल्कि इन प्लेसमेंट कैंपों में ‘क्लाथ हाऊस’ जैसी दुकानों पर मामूली काम देने की पेशकश कर टैट पास, नैट पास, बी.टैक, एम.टैक और पढ़े लिखे नौजवानों की लाचारी का मजाक उड़ा रही है।
अमन अरोड़ा और मीत हेयर ने कहा कि 2022 में ‘आप’ की सरकार बनने पर न केवल पंजाब के सरकारी मुलाजिमों का मान-सम्मान बहाल किया जाएगा, बल्कि दिखाऐगी कि असली प्लेसमेंट कैंप क्या होते हैं।