कहा कि मुख्यमंत्री खेती कानून रद्द करने के लिए बिल लाने में जानबूझकर देरी कर रहे हैं
चंडीगढ़़/08अक्टूबर (विश्ववार्ता): शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से कहा है कि वे राज्य के कृषि संगठनों द्वारा इस संदर्भ में की गई अपील को खारिज करते हुए पंजाब के किसानों के भविष्य के लिए कृषि कानूनों को रदद करने के लिए जानबूकर बिल लाने में जानबूझकर देरी करके एक तय मैच खैलना बंद करें।
इस बारे में अन्य जानकारी देते हुए उन्होने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह फिर से इस तथ्य के बावजूद कानून लाने के लिए समय की मांग कर रहे हैं कि जबकि अकाली दल ने सबसे पहले दस दिन पहले ही इसकी मांग की थी। हमने मुख्यमंत्री से विशेष सत्र बुलाने और पूरे राज्य को एक ही मंडी बनाने के लिए कानून लाने को कहा था। कृषि संगठन भी इसी तरह की मांग कर रहे हैं।
सरदार सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि मुख्यमंत्री इस बात पर भी तय मैच खेल रहे हैं कि इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने एक सप्ताह पहले अकाली दल के सुझाव को सिरे से खारिज कर दिया । उन्होने कहा कि बाद में कैप्टन अमरिंदर अकाली दल के ऐतिहासिक किसान मार्च के दबाव में आ गए और घोषणा की कि वह विशेष सत्र बुलाएंगे। ‘ अब जब किसान संगठनों ने मुख्यमंत्री से वादों को पूरा करने के लिए कहा तो उन्हानेे फिर से एक सप्ताह का कृषि संगठनों द्वारा दिया गया पर्याप्त समय खारिज करके दोबारा से भागने की कोशिश कर रहे हैं। यह सब इस तथ्य की ओर इशारा करता है कि मुख्यमंत्री केवल एक निश्चित मैच खेल रहे हैं और राज्य के किसानों के अधिकारों को सुनिश्चित करने में उनकी किसी भी प्रकार की इच्छा नही है।
सरदार बादल ने मुख्यमंत्री को अन्नदाता का दर्द और पीड़ा समझने और अन्य कारणों को उनके मकसद के साथ न्याय करने के आड़े नही आने देने की सलाह भी दी। उन्होने कहा कि प्रदेश के किसानों के साथ गलत रवैया अपनाने और उनकी शिकायत सुनने यां उन्हे दूर करने के लिए कोई कदम उठाने से इंकार करने पर भी मुख्यमंत्री की निंदा की है। उन्होने कहा कि ‘ किसान और खेत मजदूर’ यह कभी नही भूलेंगे कि आप 2017 के संशोधित एपीएमसी अधिनियम को रद्द करने से इंकार करके राज्य के किसानों की तुलना में गांधी परिवार के प्रति अधिक वफादार बने रहे, जिसमें निजी मंडियां, ई-ट्रेडिंग और अनुबंध खेती सहित कृषि कानूनों में निहित प्रावधान है। वे आपको मुख्यमंत्रियों की उच्चाधिकार प्राप्त समिति में कृषि अध्यादेशों का समर्थन करने के लिए भी कभी माफ नही करेंगे जिसके कारण यह कानून बना है।
शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष ने घोषणा की है कि उनकी ओर से अकाली दल मुख्यमंत्री को किसानों की आवाज सुनने के लिए मजबूर करेगा। सरदार बादल ने कहा कि हम इस किसान विरोधी सरकार को न केवल 2017 के संशोधित एपीएमसी अधिनियम को रदद करने के लिए बाध्य करेंगे बल्कि पूरे राज्य को एक मंडी बनाने के लिए कानून भी लांएगे ताकि पंजाब में तीन कृषि मंडीकरण लागू न हों।