जैतो, 15 अगस्त (रघुनंदन पराशर )चालू मॉनसून सीजन में देशभर औसत से ज्यादा बारिश होने से उत्साहित किसानों ने खरीफ सीजन की फसलों की बुवाई में पूरी ताकत झोंकी है, जिससे सभी फसलों का रकबा 1,000 लाख हेक्टेयर के पार चला गया है । आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार खरीफ फसलों की बुवाई के सीजन के औसत रकबे के 95.23 फीसदी में बुवाई हो चुकी है जबकि बीते वर्ष की समान अवधि से की तुलना में करीब नौ फीसदी ज्यादा बुवाई हुई है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 14 अगस्त 2020 तक खरीफ फसलों की बुवाई 1,015.58 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 8.54 फीसदी ज्यादा है।
तिलहन, दलहन और कपास की बुआई में किसानों का रुझान बढ़ा है।इस सीजन में सभी फसलों की बुवाई का औसत रकबा 1,066.44 लाख हेक्टेयर होता है, जिसका 95.23 फीसदी रकबा हो चुका है और अभी कई फसलों की बुवाई जारी है। कृषि विशेषज्ञ के अनुसार देश में इस साल प्रमुख तिलहन और दलहन फसलों के साथ-साथ मोटे अनाज और कपास की खेती में किसानों ने ज्यादा दिलचस्पी दिखाई है। हालांकि सीजन की सबसे प्रमुख फसल धान का रकबा भी पिछले साल की समान अवधि से 14.05 फीसदी बढ़कर 351.86 लाख हेक्टेयर हो चुका है । देश में सबसे ज्यादा वृद्धि मूंगफली के रकबे में हुई है जो पिछले साल के मुकाबले 41.02 फीसदी बढ़कर 49.37 लाख हेक्टेयर हो गया है। दलहन फसलों की बुवाई 124.01 लाख हेक्टेयर में हुई है जो पिछले साल से 2.07 फीसदी अधिक है ।तिलहनों का रकबा 14.41 फीसदी बढ़कर 187.14 लाख हेक्टेयर हो गया है।किसानों ने मोटे अनाज की बुवाई 168.12 लाख हेक्टेयर में की है जो पिछले साल से 3.60 फीसदी अधिक है। कपास की बुवाई 125.48 लाख हेक्टेयर में हुई है जो पिछले साल से 3.20 फीसदी ज्यादा है. किसानों ने गन्ने की फसल 52.02 लाख हेक्टेयर में लगाई है जो पिछले साल से 1.21 फीसदी अधिक है । कृषि वैज्ञानिक के अनुसार देश में मानसून की प्रगति इस साल अब तक बेहतर रही है और फसलों की बुवाई भी ज्यादा हो रही है।लिहाजा पहले से ज्यादा उत्पादन की उम्मीद है।
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