-मामला केंद्र द्वारा पंजाब के लिए माल गाड़ीयां रोकने का
-बाजू मरोडऩे की बजाए काले कानून वापस लेकर अंनदाता की बाजू पकड़े केंद्र सरकार -‘आप’
🏿-कैप्टन किसानों से अपील करने की बजाए प्रधान मंत्री से करें किसानों की बात – ‘आप’ संसद
चंडीगढ़, 26 अक्तूबर 2020 (विश्ववार्ता):आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के अध्यक्ष व सांसद भगवंत मान ने केंद्र सरकार की ओर से पंजाब के लिए माल रेल गाड़ीयां रोके जाने की सख्त निंदा करते कहा कि किसानी संघर्ष और एकजुटता से बौखला कर प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी पंजाब के साथ बदलेखोरी करने पर उतर आए हैं।
पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा भगवंत मान ने कहा कि माल गाड़ीयां चलाने के लिए केंद्र की ओर से यात्री रेल गाड़ीयां चलने देने की शर्त बाजू मरोड़ कर किसानी संघर्ष को तारपीडो करने की साजिश है। जिस को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगा।
भगवंत मान ने कहा कि प्रधान मंत्री मोदी को अपना अहंकारी और तानाशाही रवैया त्याग कर संघर्षशील किसानों की बाजू मरोडऩे की बजाए थोपे गए काले कानून वापिस लेकर अंनदाता की बाजू पकडऩी चाहिए।
भगवंत मान ने दोष लगाया कि बतौर प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी अपने किसानों की बात सुनने से इस लिए भाग रहे हैं, क्योंकि मोदी को अपने अम्बानी-आडनी जैसे कॉर्पोरेट घरानों के हित ज़्यादा प्यारे हैं। यही कारण है जब पंजाब के किसानों ने माल गाड़ीयों की यातायात रेल लाईनें खाली कर दी तो मोदी ने सबसे पहले मोगा स्थित अंडानियों के साइलो के लिए माल गाड़ी भेज दी। यह किसानों को भडक़ा कर किसानी संघर्ष को बदनाम करने की साजिश है, जिस के बारे मे पूरे पंजाब को सुचेत रहना पड़ेगा।
भगवंत मान ने कहा कि किसानों के साथ बातचीत करने की बजाए भाजपाई नेताओं की ओर से कभी उनको दलाल कहा जाता है और कभी गुमराह करने वाले कहा जाता है। मान ने मोदी समेत पूरी भाजपा लीडरशिप को सवाल किया कि यदि खेती के बारे में केंद्रीय कानून इतने ही क्रांतिकारी हैं तो यूपी-बिहार के बेबस किसानों से आधे मूल्य धान की फसल खरीद कर विचोलीए पंजाब की मंडियों में एमएसपी पर बेचने का गोरखंधा क्यों चला रहे हैं?
मान ने कहा कि शर्तों सहित माल गाड़ीयां रोक कर पंजाब को आर्थिक तौर पर तोडऩे, भूखे मारने और तड़ीपार करने की बदलेखोरी सोच रखने वाले प्रधान मंत्री को इल्म होना चाहिए कि पंजाब के बिना जै जवान और जै किसान, नारे का कोई मतलब नहीं रह जाता। देश को आजादी दिलवाने और भुखमरी से निकालने के लिए सबसे अधिक 90 प्रतिशत योगदान पंजाबियों का ही है।
इसके साथ ही भगवंत मान ने कैप्टन अमरिन्दर सिंह को संबोधित होते कहा कि वह यूरिया, कोइला, बिजली और व्यापार के हवाला देकर किसानों से अपीलें करने की बजाए प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी के पास किसानों की बात करें।