गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष व सिख नेता मंजीत सिंह जीके की हुई अकाली दल मे फिर घर वापसी
मैं बिना शर्त वापसी कर रहा हूं- मनजीत सिंह जीके
चंडीगढ, 25 दिसंबर (विश्ववार्ता) दिल्ली के सिख नेता मनजीत सिंह जीके की शिरोमणि अकाली दल में फिर से घर वापसी हो गई। पार्टी के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने जीके की वापसी करवाई गई है। इस मौके परमजीत सिंह सरना, प्रेम सिंह चंदूमाजरा आदि भी मौजूद थे। मालूम रहे कि पिछले दिनों सुखबीर सिंह बादल द्वारा पार्टी मो छोड़ चुके नेताओं को वापसी की अपील की थी।
उनका कहना है कि मैं बिना शर्त वापसी कर रहा हूं। उनक़ो सुखबीर सिंह बादल ने पुन: शिरोमणि अकाली दल में शामिल करवाया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बंदी सिंहों की रिहाई के लिए एकजुट होकर लड़ेंगे। दरअसल सुखबीर बादल को भी पता है कि बगैर दिल्ली का किला फतह किए आगे का रास्ता नहीं खुलता है। यही कारण है कि वह दिल्ली में पार्टी की जड़ें फिर से मजबूत करने के लिए सभी पंथक नेताओं को एकजुट कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि सुखबीर बादल ने मंजीत सिंह को मार्च-अप्रैल 2019 को पार्टी से निकाल दिया था। इससे पहले जनवरी 2019 में मंजीत सिह जीके ने कथित आरोप लगने के चलते दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उस वक्त विरोधियों का दबाव था कि मंजीत पर कथित आरोप हैं लिहाजा इन्हें पार्टी से बाहर किया जाए।
बतां दे कि लोकसभा चुनावो मे जहां कुछ ही समय बचा है उससे ऐन मौके पर पंजाब से लेकर दिल्ली तक बिखरी शिरोमणि अकाली दल को फिर से खड़ी कर एकजुट करने के लिए सुखबीर सिंह बादल ने बड़ी पहल की है। इस बार भी बहाना वही पंथ की एकजुटता और बिखरी हुई पार्टी को एकजुट करने का है। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल खुद मंजीत सिंह की घर वापसी का प्रस्ताव लेकर सोमवार को दोपहर उनके ग्रेटर कैलाश स्थित आवास पर जा रहे हैं। बादल को भी पता है कि बगैर दिल्ली का किला फतह किए आगे का रास्ता नहीं खुलता है।