खट्टर से उलझने की बजाए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से टक्कर लें कैप्टन- जरनैल सिंह
किसानों के साथ डटने की बजाए केंद्र सरकार के प्रवक्ता के तौर पर काम कर रहे हैं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन
कैप्टन स्पष्ट करें कि किस मज़बूरी के कारण उन्होंने मोदी सरकार के समक्ष घुटने टेके
चंडीगढ़, 30 नवंबर 2020 (विश्ववार्ता):केंद्र सरकार की ओर से कृषि संबंधी लाए काले कानूनों के खि़लाफ़ किसानों द्वारा किए जा रहे आंदोलन के चलते पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ चल रही बहसबाजी पर टिप्पणी करते आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने कहा कि कैप्टन खट्टर के साथ उलझने की बजाए केंद्र की मोदी सरकार से टक्कर लें।
सोमवार को पार्टी मुख्यालय से जारी बयान में पंजाब मामलों के इंचार्ज और विधायक जरनैल सिंह ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह एक सोची समझी साजि़श के अंतर्गत लोगों का ध्यान भटकाने के मक़सद से खट्टर के साथ बयानबाज़ी का खेल खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह समय कृषि प्रधान राज्य के लिए बहुत कीमती है, मुख्यमंत्री को किसानों का डट कर साथ देना चाहिए और खट्टर सरकार की बजाए केंद्र की मोदी सरकार से टक्कर लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कैप्टन बयानबाज़ी करके लोगों का ध्यान भटकाने के मकसद से किसानों के साथ डटने की बजाए केंद्र सरकार के प्रवक्ता बन कर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को पंजाब के लोगों को स्पष्ट करना चाहिए कि ऐसी कौन सी मजबूरियां हैं जिस के लिए मोदी सरकार के समक्ष घुटने टेके हैं?
जरनैल सिंह ने कहा कि कैप्टन हरियाणा के मुख्यमंत्री के साथ उलझ कर यह भ्रम पैदा करने की कोशिश में लगे हुए हैं कि जैसे वह किसानों के बहुत बड़े समर्थक हों जबकि वास्तविकता इसके उलट है।
‘आप’ नेता ने कहा कि कृषि संबंधी काले कानूनों को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह की भूमिका शुरू से ही संदेहजनक और दोहरे मापदण्डों वाली रही है। उन्होंने कहा कि अगर कृषि अध्यादेशों के बारे में गठित केंद्र की हाई पावर कमेटी में कैप्टन सख्त स्टैंड लेते और भाजपा के मंसूबों को जनतक करते तो मोदी सरकार काले कानून पास करने की गुस्ताख़ी न कर पाती। उन्होंने कहा कि कैप्टन मोदी सरकार के अहंकार से भरे और शर्तों वाले फैसलों का स्वागत करने वाली नीति छोड़ कर मोदी सरकार पर किसानों के साथ बिना शर्त बात करने और काले कानून रद्द करवाने के लिए दबाव डालते।
उन्होंने कहा कि यदि मोदी सरकार अपने अडिय़ल व्यवहार के कारण काले कानून वापस नहीं लेती और एमएसपी पर फसलों की खरीद की कानूनी गारंटी नहीं देती तो कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब में एमएसपी पर फसलों की गारंटी के साथ खरीद वाला कानून पास करे। उन्होंने कहा कि कैप्टन ने किसानों और पंजाब के हक में अभी तक एक भी सार्थक क़दम उठाने में बुरी तरह से फेल हुए हैं। उन्होंने कहा कि यदि कैप्टन यह करने का दम नहीं रखते तो तुरंत गद्दी छोड़ दें।