पंधेर ने अगले पांच दिन की रणनीति का किया खुलासा
हरियाणा में इंटरनेट पर लगी रोक हटी
चंडीगढ, 25 फरवरी (विश्ववार्ता) किसान आंदोलन का आज रविवार (25 फरवरी) को 13वां दिन है। पंजाब के किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। उन्होंने दिल्ली कूच का फैसला 29 फरवरी तक टाल दिया है। किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक वे घर वापस नहीं जाएंगे।
पंजाब हरियाणा के दोनों बाहरी शंभू और खनौरी पर आज यानी रविवार 25 फरवरी को किसानों का बड़ा सम्मेलन होने जा रहा है। में सम्मेलन दिल्ली में आज हो रहे विश्व व्यापार संगठन की बैठक को लेकर किया जा रहा है। किसानों की मांग है कि सरकार कृषि क्षेत्र को डब्ल्यूटीओ से बाहर निकले। वही हरियाणा मे किसान आंदोलन को लेकर लगाई इंटरनेट पर रोक हटा दी गई है।
एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मुल्य) समेत 13 अन्य मांगों को लेकर पंजाब से आए किसानो का आंदोलन जारी है। किसानों ने 29 फरवरी तक दिल्ली चलो मार्च को स्थगित जरूर कर दिया है लेकिन वे अभी भी शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। किसान नेताओं ने दो टूक कहा कि आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं कर दी जाती। उन्हें लोकसभा चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता की भी परवाह नहीं है।
सरवन सिंह पंधेर ने किसानों के अगले पांच दिन की रणनीति का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि आज शंभू और खनौरी में मोचों का 13वां दिन है। आज हम दोनों सीमाओं पर एक सम्मेलन करेंगे क्योंकि डब्ल्यूटीओ पर चर्चा होगी। हमने भारत सरकार से मांग की है कि सरकार कृषि क्षेत्र को डब्ल्यूटीओ से बाहर निकाले। इसके बाद शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया जाएगा।
26 फरवरी की दोपहर में होनी बॉर्डरों पर 20 फीट से ऊंचे पुतलों का दहन किया जाएगा। 27 फरवरी को किसान मजदूर मोची संयुक्त किसान मोचो (गैर राजनीतिक। देश भर के अपने सभी नेताओं की बैठक करेगा। 20 फरवरी को दोनी मच बैठेंगे और अचर्चा करेंगे। 29 फरवरी को अगले कदम को लेकर फसला किया जाएगा।