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“शब्द भी एक तरह का ‘भोजन’ है”
किस समय कौन सा ‘शब्द’ परोसना है,
वो आ जाये तो…
* दुनिया में उससे बढ़िया*
* रसोईया कोई नहीं है!!!*
* ‘शब्द’ का भी अपना एक ‘स्वाद’ है,*
*बोलने से पहले स्वयं ‘चख’ लीजिये.. *
अगर खुद को ‘अच्छा’ नहीं लगे तो,
दूसरों को कैसे’ अच्छा’ लगेगा!!!