चंडीगढ़/नई दिल्ली, 15 सितंबर, 2020 (विश्ववार्ता ):आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के अध्यक्ष व सांसद भगवंत मान ने तीनों कृषि अध्यादेशों को कृषि और किसानों के लिए घातक बताते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी संसद के भीतर और बाहर इनका विरोध करेगी और कल संसद में इसके खिलाफ अपना वोट करेगी और पंजाब में बादलों के घर तक ट्रैक्टर मार्च से रोष प्रदर्शन करेगी।
भगवंत मान पार्टी मुख्यालय में पंजाब के प्रभारी और विधायक जरनैल सिंह के साथ एक प्रैस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह बिल कृषि क्षेत्र के निजीकरण और बर्बादी की दिशा में एक कदम है। इससे एमएसपी समाप्त हो जाएगा। निजी खिलाडिय़ों को खुली छूट मिल जाएगी। बढ़े स्तर पर अनाज का भंडारण होगा, जिससे कालाबाजारी और महंगाई बढ़ेगी। किसान मालिक होकर भी मजदूर बन जाएगा। आढ़ती, ट्रांसपोर्टर, पल्लेदार, मजदूर और ट्रैक्टर इंडस्ट्री से जुड़े हुए लोग सभी लोग बेरोजगार हो जाएंगे।
मान ने कहा कि बिल पेश होते वक्त सुखबीर सिंह बादल व हरसिमरत कौर बादल की गैरहाजरी पंजाब में किसानों से गद्दारी के रूप में देखी जा रही है। इस बात का पूरे पंजाब में बहुत विरोध हो रहा है। इससे पहले जब कैबिनेट में यह बिल आया था तो हरसिमरत कौर ने विरोध नहीं किया।
मान ने कहा कि दरअसल बादलों ने एक कुर्सी के लिए मोदी के पास पंजाब और पंजाब के किसानों को ही बेच दिया है। अगर उनके पास हिम्मत है तो वो इस बिल का विरोध करें।
भगवंत मान ने चेतावनी देते हुए कहा कि हम हरसिमरत कौर के घर के बाहर ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे, हम ट्रैक्टर लेकर उनके घर के बाहर जमा होंगे।
मान ने कहा कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयरपोर्ट बेचे, एलआईसी बेची, बैंक बेच दिए, एयर इंडिया और रेलवे का निजीकरण कर दिया, अब किसानों से खेती को भी छीना जा रहा है। मान ने कहा कि इन बिलों के विरोध में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान में प्रदर्शन कर रहे किसानों को ‘आप’ का पूर्ण समर्थन है।
भगवंत मान ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि संसद में केंद्रीय मंत्री राओ साहिब पाटिल दानवे ने अमरिंदर सिंह सरकार की पोल खोलते हुए खुलासा किया कि पंजाब सरकार ने इन अध्यादेशों पर सहमति दी थी। पंजाब के मुख्यमंत्री इस टीम का हिस्सा थे और उन्होंने इसके लिए सहमति दी थी। मुख्यमंत्री अपना पक्ष साफ करें और बताएं कि वो किसानों के साथ हैं या इस बिल के साथ हैं?
मान ने कहा कि हम इसका विरोध करेंगे और मैं पंजाब के सांसदों से आग्रह करना चाहता हूं, जिन्होंने पंजाब की मिट्टी का अनाज खाया है वो इसके विरोध में वोट करें। कल उनकी वफादारी की घड़ी है, कल पता चलेगा कि वो पंजाब की मिट्टी के लिए वफादार हैं या नहीं।
जरनैल सिंह ने कहा कि जय जवान और जय किसान के नारा लगाने वाले देश में किसानों की बदहाली का जो दौर शुरू हुआ है, वह बहुत ही दुखद एवं निराशाजनक है। अकाली दल बादल की भागीदारी वाली मोदी सरकार किसानों पर यह अत्याचार कर रही है। उन्होंने कहा कि बादलों को किसानों ने अब तक अनगिनत बार वोट दी, परंतु आज जब पंजाब के किसानों को उनकी जरूरत पड़ी, तो यह 4 सांसदों ने अपने 4 वोट भी किसानों के हक में नहीं डाल सके। उन्होंने ने कहा कि ‘आप’ हमेशा किसानों के साथ खड़ी रही है और किसानों के हक के लिए संघर्ष करती रहेगी।