ट्रेनिंग का मकसद लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी कार्य कुशलता में बढ़ोतरी करनाः घनश्याम थोरी
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मुहिम के तहत बल्टर्न पार्क में अगले पंद्रह दिनों तक चयनित लड़कियों को मुहैया करवाई जाएगी ट्रेनिंग
जालंधर, 15 सितंबर (विश्ववार्ता):मौजूदा प्रतियोगी दौर में लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी स्किल डवलपमेंट करने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मुहिम के तहत निशुल्क ड्राइविंग ट्रेनिंग कैंप का आगाज किया गया, जिसकी शुरूआत डिप्टी कमिश्नर जालंधर घनश्याम थोरी ने मंगलवार सुबह खुद बल्टर्न पार्क पहुंचकर करवाई। उन्होंने लड़कियों की हौंसलावजाई करते हुए कहा कि वह मन लगाकर इस ट्रेनिंग कोर्स में हिस्सा लें और अपनी स्किल में इजाफा करें। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि इस ट्रेनिंग कोर्स का मकसद लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाना है ताकि वे किसी भी ड्राइविंग को लेकर किसी दूसरे पर निर्भर न रहें। वह खुद गाड़ी चलाकर कहीं भी आ-जा सकें और जरूरत पड़ने पर इस स्किल का फायदा उठाते हुए इसे रोजगार के तौर पर भी अपना सकें। साथ ही सिर्फ ड्राइविंग नहीं आने की वजह से उनसे कोई भी मौका छूटना नहीं चाहिए। इस कोर्स के लिए 18 साल से ज्यादा उम्र की लड़कियों का चयन किया गया है।
विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि पहले चरण में 70 लड़कियों का चयन ड्राइविंग ट्रेनिंग के लिए किया गया है, जिन्हें दिनभर अलग-अलग शिफ्टों में ट्रेनिंग मुहैया करवाई जाएगी। यह ट्रेनिंग बल्टर्न पार्क में दी जाएगी, जोकि अगले पंद्रह दिन तक चलेगी। इसके बाद कुछ और बैच शुरू किए जाएंगे।
जिला प्रोग्राम अफसर गुरमिंदर सिंह रंधावा ने बताया कि डिप्टी कमिश्नर श्री घनश्याम थोरी के निर्देशों पर इस कैंप को जिले की दूसरी तहसीलों में शुरू करने की प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही अन्य स्थानों पर भी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मुहिम के तहत इस तरह के कैंप लगाए जाएंगे।