-अध्यादेशों के मुद्दे पर मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह ने भी किया सब को गुमराह
चण्डीगढ़, 14 सितम्बर 2020 (विश्ववार्ता ):आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के अध्यक्ष और सांसद भगवंत मान ने कहा है कि कृषि विरोधी अध्यादेश पेश करने के समय सुखबीर सिंह बादल और हरसिमरत कौर बादल ने संसद में गैर उपस्थित रह कर पंजाब और पंजाब के किसानों-मजदूरों के साथ गद्दारी की है।
पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान और सोशल मीडिया के द्वारा भगवंत मान ने कहा कि जिस समय मोदी सरकार ने संसद में कृषि विरोधी अध्यादेश पेश किया उस समय बतौर सांसद सुखबीर सिंह बादल और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने विरोध करने की बजाए गैर हाजिरी रहे जो सीधा और स्पष्ट रूप में अध्यादेशों के हक और किसानों के विरोध में लिया गया पैंतरा है।
मान मुताबिक बादल जोड़ी की इस गद्दारी को कृषि के इतिहास में काले अक्षरों में लिखा जाएगा और पंजाब समेत पूरे देश के किसान, मजदूर, आढ़ती, पल्लेदार, ट्रांसपोर्ट समेत कृिष पर निर्भर सभी वर्ग कभी भी माफ नहीं करेंगे।
भगवंत मान ने बताया कि उन्होंने (मान) इन घातक अध्यादेशों का जोरदार विरोध किया और माननीय स्पीकर को यह भरोसा देना पड़ा कि अध्यादेशों पर बहस मौके आम आदमी पार्टी को पूरा मौका दिया जाएगा।
भगवंत मान ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरिन्दर सिंह तोमर की ओर से अध्यादेशों के बारे में पंजाब के मुख्य मंत्री से भी सहमति लिए जाने के बारे में किए खुलासे पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए भगवंत मान ने कहा कि मुख्य मंत्री अमरिन्दर सिंह ने चुप-चाप सहमति दे कर पंजाब, पंजाब के किसानों, सर्व पार्टी मीटिंगों में हिस्सा लेने वाली राजनैतिक पार्टियों और पंजाब विधान सभा के पवित्र सदन को गुमराह किया है। इस लिए राजा अमरिन्दर सिंह को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।
बादलों पर चुटकी लेते भगवंत मान ने कहा कि भाजपा को बादलों की बिल्कुल भी प्रवाह नहीं। अध्यादेश पेश करते हुए भाजपा ने बादलों को कुछ समझा ही नहीं।