-‘आप’ विधायक ने सिंह साहिबान के बयान पर बादलों से मांगा स्पष्टीकरण
चण्डीगढ़, 14 सितम्बर 2020 (विश्ववार्ता):
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सीनियर नेता और विधायक अमन अरोड़ा ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की ओर से अलग सिक्ख राज्य सम्बन्धित दिए गए बयान का स्पष्ट शब्दों में विरोध करते हुए शिरोमणी अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल से स्पष्टीकरण मांगा है।
पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा अमन अरोड़ा ने कहा कि आम आदमी पार्टी समेत पंजाब का कोई भी वर्ग अलग सिक्ख राज्य की मांग का कभी भी समर्थन नहीं करते। ऐसी मांगें और भडक़ीले बयान-बाजियों ने पंजाब में 20 साल आग लगाई रखी। जिस दौरान करीब 40 हजार लोगों की जान गई और पंजाब आज तक ठीक नहीं हुआ।
अमन अरोड़ा ने कहा, ‘‘हम (आप) सिक्खों की सुप्रीम संस्था श्री अकाल तख्त साहिब व सिंह साहिबान का बहुत मान-सम्मान करते हैं, परंतु हम ऐसी अनावश्यक और देश को तोडऩे वाली बातों से बिल्कुल भी सहमति नहीं रखते।’’
अमन अरोड़ा ने कहा, ‘‘जत्थेदार साहिबान यह बताएं कि उनकी ओर से अलग सिक्ख राज्य के बारे में दिया गया बयान सुखबीर सिंह बादल की सहमति के साथ दिया गया है?’’
अमन अरोड़ा ने सिंह साहिबान को मुखातिब होते कहा कि जिस देश में सिक्ख की दुर्दशा की बात की है, उस की (भारत) केंद्र सरकार में बादल हिस्सेदार हैं।’’
अमन अरोड़ा ने साथ ही कहा कि सिर्फ सिक्ख संगत ही नहीं बल्कि सभी वर्ग के लोगों की दुर्दशा है और इसके लिए कांग्रेस, अकाली दल और भाजपा एक दूसरे से अधिक कर जिम्मेदार हैं।
अमन अरोड़ा ने कहा कि भारत की बात तो दूर पंजाब में ही सिक्खों और सिक्खी का जो नुक्सान हुआ और हो रहा है, जिसके लिए मुख्य मंत्री अमरिन्दर सिंह और बादल सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी बादलों के राज में हुई, जिस का अमरिन्दर सरकार ने भी इंसाफ नहीं दिया।
अमन अरोड़ा ने कहा कि श्री गुटका साहिब की कसम खा कर झूठे वायदे करने वाले मुख्य मंत्री अमरिन्दर सिंह और बादल परिवार ने जितना नुक्सान पंजाब और पंथ का किया है। उसकी भरपाई अलग राज्य के साथ नहीं बल्कि सिक्खों और सिक्खी समेत पंजाब का मान-सम्मान करने वाले इमानदार नेताओं को राज सत्ता की बागडोर सौंप कर ही हो सकती है।