व्हाइट गोल्ड का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1 अक्तूबर से होगा लागू
जैतो 14 सितंबर( रघुनंदन पराशर) भारत में आगामी नए कपास सीज़न साल 2020-21 के दौरान किसानों ने अपना रुख व्हाइट गोल्ड की बुआई की तरह बढ़ाया है। भारतीय कृषि मंत्रालय के अनुसार देश में 11सितंबर तक लगभग 129.30 लाख हेक्टेयर भूमि में व्हाइट गोल्ड की बुआई किसानों ने की है जबकि यह पिछले साल इस अवधि के दौरान 126.61 लाख हेक्टेयर में हुई थी। इस बार गत सात की तुलना में अबतक करीब 2.69 लाख हेक्टेयर में अधिक बुआई हुई हैं। सूत्रों के अनुसार भारत में सामान्यत व्हाइट गोल्ड की बुआई 120.97 लाख हेक्टेयर में होती है लेकिन मोदी सरकार ने इस बार भी व्हाइट गोल्ड में 260 से 275 रूपए प्रति क्विंटल वृद्धि की है। सूत्रों के अनुसार पिछले साल की तुलना में इस बार अधिक बुआई वाले राज्यों में पंजाब में 0.99 लाख हेक्टेयर, तेलंगाना 5.81लाख हेक्टेयर, हरियाणा 0.36 लाख हेक्टेयर, कर्नाटक 1.04 लाख हेक्टेयर, राजस्थान 0.23 लाख हेक्टेयर, मध्यप्रदेश 0.35 लाख हेक्टेयर व ओडिशा शामिल हैं, वहां 0.02 अधिक बुआई हुई है। जबकि पिछले साल की तुलना में इस बार कम बुआई वाले राज्यों में गुजरात में सबसे अधिक 3.87 लाख हेक्टेयर में बुआई लुढ़क गई है। इस तरह ही महाराष्ट्र में 1.58 लाख हेक्टेयर, आंध्र प्रदेश 0.47 लाख हेक्टेयर और तमिलनाडु में 0.13 लाख हेक्टेयर में व्हाइट गोल्ड की बुआई घटी है। सूत्रों के अनुसार पंजाब व हरियाणा में एक बार व्हाइट गोल्ड की बुआई बढ़ी है लेकिन हाल ही में भारी बारिश व अलग-अलग कीड़ों की बीमारियों से फसलों को नुक्सान होने की सूचना है। सरकार नुक्सान का जायजा ले रही हैं लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से व्हाइट गोल्ड फ़सल को नुक्सान का आंकड़ा जारी नहीं किया गया है।
कपड़ा मंत्रालय के अनुसार भारत में नया व्हाइट गोल्ड सीज़न साल 2020 -21 1 अक्तूबर से शुरू होने जा रहा है जो आगामी सितंबर 2021 तक जारी रहेगा। इस दौरान ही टैक्सटाइल्स कमिश्नर आफ इंडिया के अनुसार भारत में व्हाइट गोल्ड न्यूनतम समर्थन मूल्य 1 अक्तूबर से लागू होगा। मोदी सरकार द्वारा इस बार लंबा स्टैपल व्हाइट गोल्ड (कपास) के भाव में 275 रुपए प्रति क्विंटल वृद्धि करके 5550 से 5825 रूपए प्रति क्विंटल और मीडिया स्टैपल व्हाइट गोल्ड के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 260 रूपए वृद्धि करके 5255 से 5515 रूपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है।रुई बाजार जानकारों सूत्रों के अनुसार भारत में अभी तक व्हाइट गोल्ड की बंपर फसल है जो कि अभी तक पिछले साल के मुकाबले 2.93 फीसदी अधिक बुआई हों चुकी है। सूत्रों का कहना है कि यदि आगे मौसम अनुकूल रहा तो इस बार भी भारत में व्हाइट गोल्ड की विश्व स्तरीय रिकॉर्ड उत्पादन 4.25 से 4.30 करोड़ गांठों का रह सकता है। सूत्रों की मानें तो यह उत्पादन भारतीय कताई मिलरों की तकदीर बदल सकता है। भारत में व्हाइट गोल्ड की की कमी नहीं है बल्कि खपत से लाखों गांठ सरप्लस है। सूत्रों के अनुसार चालू कपास सीज़न साल 2019 -20 के दौरान भारत में 1 करोड़ गांठ से अधिक कैरीओवर स्टाक रहने के कयास लगाए जा रहे हैं। कपड़ा मंत्रालय के अनुसार भारत में नया व्हाइट गोल्ड घरेलू मंडियों में अक्तूबर से शुरू होगा लेकिन यू.पी.,हरियाणा, पंजाब और राजस्थान की मंडियों में नया व्हाइट गोल्ड आने लगा है।यह नया व्हाइट गोल्ड मंडियों में 4000-4800 रूपए प्रति क्विंटल बिकने की सूचना है। जबकि व्हाइट गोल्ड का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5515 5825 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। सूत्रों की मानें तो कपड़ा मंत्रालय के उपक्रम भारतीय कपास निगम लिमिटेड (सीसीआई) पंजाब, हरियाणा व राजस्थान में आगामी 15 नवंबर से पहले व्हाइट गोल्ड मंडियों में खरीदारी शुरू नहीं करने की सूचना है।
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2.40 करोड़ गांठ व्हाइट गोल्ड खपत की संभावना :–भारत में टैक्सटाइल्स उद्योग व कताई मिलों में नए कपास सीज़न साल 2020-21 के दौरान 2.40 करोड़ गांठ व्हाइट गोल्ड की खपत के कयास लगाए जा रहे हैं। माना जाता है कि विश्व भर बाजार में भारत की रूई सबसे सस्ती है। यार्न निर्यात में खुलकर डिमांड नहीं आ रही है लेकिन पहले से या डैमेसिटक मांग में अच्छा सुधार आया है। सूत्रों के अनुसार अब कताई मिलों को यार्न से नुकसान नहीं है। भारतीय टैक्सटाइल्स उद्योग को मुख्य कमाई यार्न निर्यात करने से होती है। कोरोनावायरस को लेकर भारतीय टैक्सटाइल्स उद्योग को बड़ा आर्थिक नुक्सान हुआ है। इस बारे पी.एम.ओ. और कपड़ा मंत्रालय को सबकुछ जानकार होते हुए भी ये अनजान बने हुए बैठा है जबकि देश में सबसे अधिक रोजगार टैक्सटाइल्स उद्योग ही देता है।
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75 लाख गांठों का निर्यात के कयास :– नए व्हाइट गोल्ड सीज़न साल 2020-21 के दौरान भारत में विश्व स्तरीय रिकॉर्ड उत्पादन होने के कयास है जिससे इस नए सीजन में भारत से 70 -75 लाख गांठों का विभिन्न देशों को व्हाइट गोल्ड निर्यात की संभावना जताई जा रही है। इस चालू सीजन दौरान भारत से 60 लाख गांठ व्हाइट गोल्ड निर्यात होने के कयास है।
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रुई बाजार 3700 -3800 रुपए मन :– उत्तर क्षेत्रीय राज्यों जिनमें पंजाब, हरियाणा व राजस्थान की मंडियां शामिल हैं में, आगामी दिनों में व्हाइट गोल्ड की आमद मंडियों में तेजी आने की संभावना है। रुई मंदढिय़ों के अनुसार देश में व्हाइट गोल्ड का बड़ा अनसोल्ड स्टाक है। जिससे आगामी नई रुई बाजार 3700 -,3800 रूपए प्रति मन रह सकता है लेकिन रूई तेजड़ियों का मानना है कि आगामी महीनों के दौरान रुई बाजार 4000 रुपए प्रति मन भाव होंगे। सूत्रों का कहना है कि यह तो आगामी बाजार ही बताएगा कि ऊंट किस तरफ़ करवट लेता है।