शरनजीत सिंह ढ़िल्लों ने राजभवन पर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया, राज्य में अवैध शराब और नशीले पदार्थों के व्यापार की अलग से जांच की मांग की
चंडीगढ़/10अगस्त (विश्ववार्ता): शिरोमणी अकाली दल ने आज कांग्रेस विधायकों की मिलीभगत वाली जहरीली शराब त्रासदी के पीड़ितों की बढ़ती खबरों के साथ साथ प्रत्यक्षदर्शी और कांग्रेस आलाकमान के साथ शराब माफिया के साथ सीधे संबध की बात राज्य के गर्वनर वी पी सिंह बदनौर से कही तथा साथ ही कहा कैप्टन अमरिंदर सिंह के लीडरशीप वाली कांग्रेस सरकार को बर्खास्त करने मे कोई देरी नही करनी चाहिए।
राजभवन में विरोध मार्च का नेतृत्व करने और और गिरफ्तारी के बाद पत्रकारों से बातचीत में शिरोमणी अकाली दल के नेता शरनजीत सिंह ढ़िल्लों ने कहा कि कांग्रेस सरकार को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए क्योंकि मुख्यमंत्री ने अमृतसर के तीन जिलों तरनतारन और बटाला में जहरीली शराब वितरित करने के आरोपी कांग्रेसी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने से इंकार कर दिया था, जिसके कारण 137 मौतें हुई थी। कांग्रेस विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने में मुख्यमंत्री की नाकामी तथा शराब माफिया द्वारा 2000 करोड़ रूपये का भुगतान यह दर्शाता है कि पूरी कांग्रेस पार्टी रेत और शराब माफिया के साथ मिलीभगत है और पंजाब की कांग्रेस सरकार इस मामले में स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कराने में सक्षम नही है।
सरदार शरनजीत सिंह ढ़िल्लों ने कहा कि केवल सीबीआई जांच से ही इस मामले की सच्चाई सामने आ सकती है और इसके परिणामस्वरूप कांग्रेस विधायकों को इस भयावह अपराध के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। ‘ सीबीआई जांच की तत्काल आवश्यकता पर जोर देते हुए सरदार ढ़िल्लों ने कहा कि अभिनेता सुशांत राजपूत की मौत के मामले में पहले लोगों ने सीबीआई की मांग की थी तथा वह पहले ही शुरू हो चुकी थी। इस मामले में 100 से ज्यादा सुशांतो की मौतें हो चुकी हैं। गरीब और दलित परिवारों ने अपने कमाने वाले खो दिए हैं। उन्होने कहा कि इस मामले में सच्चाई सामने लाने के लिए सीबीआई जांच जरूरी है।
अकाली नेता ने राज्यपाल से राज्य में अवैध शराब और नशीले पदार्थों के प्रसार की एक और जांच का आदेश देने का आग्रह किया।उन्होने कहा कि हालात ऐसे थे कि अब शराब और नशीले पदार्थों को घर पहुंचाया जा रहा था। उन्होने कहा कि शराब और ड्रग माफिया को पुलिस यां कानून प्रवर्तन एजेंसियों का कोई डर नही था क्योंकि वे कांग्रेसियों के साथ इन गतिविधियों में लिप्त थे। उन्होने कहा कि जांच में न केवल समाज में इस जहर को फैलाने वालों को, बल्कि इसे संरक्षण देने वालों को भी पकड़ा जाना चाहिए। उन्होने कहा कि शराब और ड्रग माफिया को संरक्षण देने के आरोपी कांग्रेस नेताओं की संपत्ति में बढ़ोतरी विश्लेषण करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय की भी मदद ली जानी चाहिए।
सरदार शरनजीत सिंह ढ़िल्लों ने घोषणा की कि इस त्रासदी में जान गंवाने वाले 137 लोगों को न्याय सुनिश्चित कराने के लिए अकाली दल विरोध जारी रखेगा। उन्होने यह भी मांग की है कि पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजा राशि बढ़ाकर 25लाख रूपये की जाए और प्रत्येक पीड़ित परिवारा को सरकारी नौकरी दी जाए।
इस बीच धरना कॉर्डिनेटर और पार्टी प्रवक्ता चरनजीत सिंह बराड़ ने कहा कि पार्टी इस त्रासदी पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए अपनी गतिविधि तेज करेगी और जल्द ही अपनी अगली कार्ययोजना की घोषणा करेगी।