शिरोमणी अकाली दल की कोर कमेटी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के लीडरशीप वाली कांग्रेस सरकार को बर्खास्त करने की मांग के लिए राज्यपाल से मिलने का फैसला किया
सोनिया और राहुल गांधी के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करने का भी फैसला
पटियाला और खन्ना में अवैध डिस्टिलरियों की जगहों पर विरोध प्रदर्शन
चंडीगढ़/05अगस्त (विश्ववार्ता): शिरोमणी अकाली दल की कोर कमेटी ने दो सप्ताह पहले कल्याण गांव के अरदासपुर गुरुद्वारे से चुराए गए श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के ‘स्वरूप ’ की प्राप्ती में ढ़िलाई करने के विरोध में 7 अगस्त से पटियाला जिला पुलिस प्रमुख के कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन करने का फैसला किया।
कोर कमेटी ने फैसला लिया कि शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल 7 अगस्त को पटियाला के गुरुद्वारा दुखनिवारण साहिब में अरदास करने के बाद 11 से 1 बजे के बीच धरने का नेतृत्व करेंगे। बाद में राज्य के प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ रोजाना धरना दिया जाएगा।
कोर कमेटी ने कल पंजाब के राज्यपाल वी पी सिंह बदनौर से मिलने का संकल्प भी लिया और कैप्टन अमरिंदर सिंह की लीडरशीप वाली कांग्रेस सरकार को बर्खास्त करने के अलावा कांग्रेसियों के नेतृत्व वाली अवैध शराब मिलीभगत को बेनकाब करने के लिए आंदोलन शुरू करने का फैसला किया।
सरकार को बर्खास्त करने का फैसला करने के कोर कमेटी ने दूसरे चरण में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करने और आंदोलन दिल्ली में भी करने का फैसला किया।
पार्टी अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल की अध्यक्षता में हुई कोर कमेटी की मीटिंग में पूरी वरिष्ठ लीडरशीप ने शिरकत की।
मीटिंग को संबोधित करते हुए सरदार सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि राज्य के तीन जिलों में हुए जहरीले शराब कांड में लगभग 150लोगों की मौत के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है। उन्होने कहा कि चूंकि मुख्यमंत्री ने इस घटना के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेने से तथा इस्तीफा देने से इंकार कर दिया है, इसीलिए पार्टी कल राज्यपाल से संपर्क करेगी और सरकार को तत्काल बर्खास्त करने की मांग करेगी। इसके बाद पूरी पार्टी 7 अगस्त से 10 अगस्त तक चार दिन राज्यपाल के आवास के बाहर धरना देकर कांग्रेस सरकार को बर्खास्त करने का दबाव बनाएगी।
कोर कमेटी ने यह भी तय किया कि दूसरे चरण में कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास के बाहर धरना देगी और मांग करेगी कि पंजाब में शराब के अवैध कारोबार में शामिल होने के बारे कांग्रेस आलाकमान साफ साफ बताए।
इसमें यह भी निर्णय लिया गया कि शिरोमणी अकाली दल मुख्यमंत्र के धार्मिक सलाहकार परमजीत सरना और कांग्रेस विधायक राणा गुरजीत सिंह के परिवार सहित कांग्रेस सहयोगियों की डिस्टिलरी के अलावा 13 और 14 अगस्त को पटियाला और खन्ना में अवैध शराब भट्टियों कम बॉटलिंग प्लांटो की जगहों पर भी विरोध प्रदर्शन करेगा।
कोर कमेटी ने इस मामले में हाईकोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश द्वारा जांच के साथ साथ पंजाब में कांग्रेसियों द्वारा चलाए जा रहे शराब के अवैध कारोबार की मांग दोहराई। सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पूरे गठजोड़ को उजागर करने के साथ साथ अवैध व्यापार की आय के बारे में पता लगाने के साथ साथ इस संपत्ति को प्राप्त करने वालों की पहचान करने के लिए भी एक जांच शुरू की जानी चाहिए। इसमें कहा गया है कि पार्टी पीड़ित परिवारों द्वारा नामित किए गए सभी कांग्रेसियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने और सरना और राणा परिवारों की भट्टियों को तत्काल सील किया जाना चाहिए जिनके कारखानों से स्प्रिट की तस्करी का आरोप लगाया जा रहा है, जो कांग्रेसियों के माध्यम से शराब के व्यापारियों द्वारा अपना अवैध कारोबार करे जा रहे थे।
कोर कमेटी ने एजेंसी द्वारा बार बार अनुरोध करने के बावजूद ईडी को राजपुरा अवैध कारखाने के मामले के संबध में केस फाइल जारी नही करने पर मुख्यमंत्री की निंदा की। इसमें कहा गया है कि इस मामले के साथ साथ पीड़ित परिवारों द्वारा नामित किए गए सभी कांग्रेसी नेताओं और विधायकों की संपत्ति का ब्यौरा जांच के लिए ईडी को भेजा जाना चाहिए।
कमेटी ने जत्थेदार हरि सिंह जीरा, ज्ञानी रघबीर सिंह जखेपल, केहर सिंह शिवालिक, श्री ओम प्रकाश कैंथ तथा जत्थेदार टोडर सिंह राजपुरा के निधन पर शोक व्यक्त किया।
इस मीटिंग में शामिल होने वालों में सरदार बलविंदर सिंह भूंदड़, जत्थेदार तोता सिंह, प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा, एसजीपीसी अध्यक्ष भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल, सरदार महेशइंदर सिंह ग्रेवाल, सरदार सिकंदर सिंह मलूका, सरदार गुलजार सिंह रणीके, बीबी उपिदंरजीत कौर, सरदार शरनजीत सिंह ढ़िल्लों, डॉ. दलजीत सिंह चीमा, सरदार हीरा सिंह गाबड़िया, सरदार सुरजीत सिंह रखड़ा, अवतार सिंह हित, सरदार बलदेव सिंह मान सरदार जगमीत सिंह बराड़, डीएसजीएमसी अध्यक्ष सरदार मनजिंदर सिंह सिरसा तथा अकाली दल दिल्ली इकाई के अध्यक्ष सरदार हरमीत सिंह कालका उपस्थित थे।