भारत से 70 लाख गांठ कपास निर्यात की संभावना
देश में पिछले साल के मुकाबले व्हाइट गोल्ड पैदावार की बड़ी गिरावट के कयास
जैतो ,23 नवम्बर (रघुनंदन पराशर):भारत में नया चालू कपास सीज़न साल 2020-21 के दौरान देश के विभिन्न कपास पैदावार राज्यों में अब तक लगभग 57 लाख गांठों का व्हाइट गोल्ड मंडियों में पहुंचने की सूचना है। सूत्रों के अनुसार देश भर में रोजाना व्हाइट गोल्ड की आमद 1.70- 1.80 लाख गांठों की आ रही हैं। इसमें मुख्य रूप से भारतीय कपास निगम लिमिटेड (सी.सी.आई.) न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद रही हैं। सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को देश में 1.70,000 गांठों का व्हाइट गोल्ड मंडियों में पहुंचा है। देश में सबसे अधिक आमद महाराष्ट्र में चल रही हैं, वहां लगभग 50,000 गांठ मंडियों में आ रही हैं जबकि पंजाब में 7000 गांठों की आमद, हरियाणा 17,000 गांठ, अपर राजस्थान 12,000 गांठ, लोअर राजस्थान 3500 गांठ, गुजरात 28,000 गांठ, महाराष्ट्र 50,000 गांठ, मध्य प्रदेश 12,000 गांठ, कर्नाटक 8000 गांठ, तेलंगाना 20,000 गांठ, आंध्र प्रदेश 12,000 गांठ और ओडिशा में 500 गांठ का व्हाइट गोल्ड पहुंचा है। जाने-माने रुई कारोबारी दूनी चंद एग्रो इंडस्ट्रीज बरवाला के एम.डी. तरसेम राजनीवाल अनुसार देश में व्हाइट गोल्ड की बंपर आमद के बावजूद भी रुई बाजार में पिछले तीन हफ्तों में 200-230 रूपए प्रति मन का उछाल आ चुका हैं। भारतीय रुई व्यापार जगत में रुई भाव में 300 रुपए प्रति मन भाव बढ़ने को मोटी तेजी माना जाता है।कताई मिलों की डिमांड को देखते हुए उन्हें बड़ी उम्मीद है कि जल्दी ही आगामी दिनों में रुई बाजार में 300 रूपए प्रति मन से अधिक की तेजी आ सकती हैं। पिछले कई हफ्तों से कताई मिलों की दिल खोलकर रुई की खरीद की जा रही हैं जिससे लगता है कि अब रुई भाव में मंदी आने के चांस बहुत कम नजर आ रहे हैं। रुई कारोबारी राजनीवाल बरवाला ने बताया कि काटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में इस साल देश में पिछले साल की तुलना 356 लाख गांठों का व्हाइट गोल्ड पैदावार होने की बात कही है जो पिछले साल से 4 लाख गांठ कम है। लेकिन देश भर से व्हाइट गोल्ड पैदावार होने की सूचना से ऐसा लगता है कि इस बार व्हाइट गोल्ड पैदावार 350 लाख गांठों से काफी गिरावट में रह सकती हैं जो रुई कारोबारियों को हैरत कर सकती हैं।
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निगम ने 22 लाख गांठों का व्हाइट गोल्ड न्यूनतम समर्थन मूल्य खरीदा : भारतीय कपास निगम लिमिटेड सीसीआई फिलहाल पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, गुजरात व तेलंगाना आदि राज्यों से किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बंपर खरीद कर रही हैं । सूत्रों के अनुसार देश भर में कुल व्हाइट गोल्ड आमद का लगभग 75-80 फीसदी खरीद रही हैं। निगम सूत्रों ने बताया कि जैसे-जैसे देश के अन्य राज्यों में व्हाइट गोल्ड की आमद शुरू होगी , वहां भी व्हाइट गोल्ड की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर शुरू कर दी जाएगी। सूत्रों के अनुसार निगम ने अब तक किसानों से 20-22 लाख गांठों का व्हाइट गोल्ड खरीद लिया गया है। इस साल निगम पिछले साल की तुलना में 20 लाख गांठों का व्हाइट गोल्ड अधिक खरीद कर रहा है। निगम का इस साल 125 लाख गांठों का व्हाइट गोल्ड खरीदने का लक्ष्य है। किसान निगम की खरीद का ही इंतजार कर रहे हैं।
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15 लाख गांठों का व्हाइट गोल्ड निर्यात : चालू कपास सीज़न दौरान अब तक लगभग 15 लाख व्हाइट गोल्ड का निर्यात विभिन्न देशों को हुआ है। निर्यात चाहे धीमी गति से चल रहा है लेकिन डिमांड अच्छी बनी हुई हैं। इस साल व्हाइट गोल्ड का निर्यात 65-70 लाख गांठों का निर्यात होने के कयास लगाए जा रहे हैं जबकि पिछले साल 45 लाख गांठों का निर्यात विभिन्न देशों को हुआ था। भारतीय रुई की विदेशों में अच्छी डिमांड है क्योंकि विश्व भर में भारतीय रुई सबसे सस्ती है। चालू कपास सीज़न दौरान भारतीय कपास निगम लिमिटेड सीसीआई का भी इस बार व्हाइट गोल्ड की 15 लाख गांठ का लक्ष्य है। निगम ने पिछले साल भी व्हाइट गोल्ड निर्यात करने की कोशिश की गई लेकिन किसी कारण यह निर्यात नहीं हो सका। लेकिन इस बार निगम निर्यात के लिए गंभीर है और इस बारे में बंगलादेश सरकार से बात चीत अंतिम दौर में चल रही हैं।