कहा कि कांग्रेस सरकार मामले को दबाने का प्रयास कर रही है, मुख्यमंत्री से पूछा कि वहइस मामले में कार्रवाई क्यों नही कर रहे हैं
महेशइदंर ग्रेवाल ने आशू को तुरंत बर्खास्त करने और आरोपियों द्वारा नामित सभीकांग्रेस नेताओं के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की
चंडीगढ़/23अक्टूबर (विश्ववार्ता): शिरोमणी अकाली दल ने आज अनाज घोटाले की सीबीआई जांच की मांग की, जिसमें एकपनसप जिला प्रबंधक राहुल गांधी ‘पप्पू’ के पंजाब दौरे के लिए पैसे की व्यवस्था करने के अलावा खाद्य एवंनागरिक आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशू के लिए धन की व्यवस्था करते हुए पकड़ा गया है।
यहां एक प्रेस कांफ्रेस को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री महेशइंदर सिंह ग्रेवाल ने कहा कि पनसप के डीएम प्रवीणजैन और आयोग के एजेंट के बीच पूरी बातचीत के बावजूद सरकार ने इस मामले की जांच के आदेश नही दिए हैं।और डीएम को निलंबित कर इसे चुप करने की कोशिश कर रही है। उन्होने कहा कि बातचीत उत्तर प्रदेश से कमलागत वाले धान की तस्करी से जुड़े करोड़ों के अनाज घोटाले की तरफ इशारा करती है जिसे पंजाब के न्यूनतमसमर्थन मूल्य पर सरकारी एजेंसियों द्वारा खरीदा जाता है और शेलर्स को बेच दिया जाता है। केंद्र सरकार नेपंजाब की नकदी सीमा बढ़ा दी है, उससे राज्य के किसानों से धोखाधड़ी की जा रही है।
इस मामले में कांग्रेस के कई नेताओं को दोषी ठहराए जाने की बात कहते हुए सरदार महेशइंदर सिंह ग्रेवाल नेकहा कि इससे पहले जब रोपड़ से धान ले जा रहे 25 ट्रकों को अमृतसर के बाहरी इलाकों से जब्त किया गया तोआरोपियों ने दावा किया था कि वे कैबिनेट मंत्री ओ पी सोनी के शैलर में अनाज लेकर जा रहे थे। उन्होने कहा किपनसप डीएम से जुड़े हाल ही के खुलासे में मुख्य लाभार्थी भारत भूषण आशू के अलावा लाल सिंह और हरदयालसिंह कंबोज समेत कई राजनेताओं के नाम भी सामने आए हैं।
सरदार ग्रेवाल ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि घोटालेबाज कमीशिन एजेंटों को धान का स्टॉक करने परमजबूर कर रहे थे जिसे वे 1100 रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदकर तस्करी कर रहे थे और कमीशनएजेंटों को 1925 रूपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिए मजबूर कर रहे थे। उन्होनेकहा कि पंजाब खरीद एजेंसियों द्वारा कांग्रेस नेताओं के साथ मिलीभगत कर राज्य के बाहर से हजारों करोड़रूपये का धान खरीदा जा रहा है इसका नुकसान किसानों को होगा जिनकी उपज की खरीद नही की जाएगी।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से यह पूछने पर कि हाल ही के विधानसभा सत्र में राज्य के किसानों के साथ हुएअन्याय के लिए मगरमच्छ के आंसू बहाने के बावजूद वह इस मामले पर चुप क्यों हैं? सरदार ग्रेवाल ने कहा किऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री ने कांग्रेसियों को इच्छानुसार लूटने का लाइसेंस दिया है। यही कारण है कि उन्होनेहमेशा राज्य के खजाने की लूट का समर्थन किया है चाहे वह शराब घोटाला हो, बीज घोटाला हो यां एससीछात्रवृत्ति घोटाला हो। अब भी हमें मुख्यमंत्री से न्याय की कोई उम्मीद नही है क्योंकि वह भ्रष्ट मंत्रियों को क्लीनचिट देने के लिए जाने जाते हैं और इसीलिए हमने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।
सरदार ग्रेवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार को अनाज घोटाले में अपनी भूमिका के बारे बताना चाहिए क्योंकिपनसप अधिकारी को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री के साथ पनसप डीएम को दिए जाने वाले अग्रिम भुगतानकी लगातार मांग करते हुए रिकॉर्ड किया गया था। उन्होने कहा कि अधिकारी ने आयोग के एजेंट से यह भी कहाकि वह भ्रष्ट गतिविधि के रास्ते में आने वाले किसी भी व्यक्ति को यह कहकर रिपोर्ट करें कि सब कुछ मंत्री जानताहै। उन्होने कहा कि अधिकारी कमीशन एजेंटों को उत्तर प्रदेश और बिहार से तस्करी का स्टॉक लेने के लिएपंजाब के उन किसानों को नुकसान पहुंचाने के लिए भी मजबूर कर रहा था, जिनका धान का स्टॉक अभी भीबाजार में नही पहुंचा था।