कॉर्पोरेट घरानें पंजाब की जमीनों पर करना चाहते है कब्जा -कुलतार संधवां
चंडीगड़, 30 सितम्बर 2020 (विश्ववार्ता):आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सीनियर नेता और कोटकपूरा से विधायक कुलतार सिंह संधवां ने मुख्य मंत्री राजा अमरिंदर सिंह की ओर से पंजाब विधान सभा का विशेष सैशन बुलाए जाने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो संकट की घड़ी पंजाब के किसानों और लोगों पर थोपी गई है। उस से जनतक हो गया है कि कॉर्पोरेट घरानें पंजाब की जमीनों पर कब्जा करना चाहते हैं।
पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि मोदी सरकार की ओर से थोपे गए किसान विरोधी घातक बिल संघीय ढांचे की उल्लंघन है। यदि पंजाब सरकार को किसानों के प्रति दिल से हमदर्दी है तो वह आगामी विशेष सैशन तुरंत बुलाएं और मोदी सरकार की ओर से लोगों पर जबरदस्ती थोपे गए किसान विरोधी खेती बिलों के बारे में बाकी प्रदेशों जैसे हिमाचल प्रदेश, झारखंड आदि की तर्ज पर प्रस्ताव पास करे कि पंजाब से बाहरी व्यक्ति या कंपनी की ओर से जमीन खरीदने पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाई जाए। यह भी प्रस्ताव पास किया जाए कि बाहरी कंपनी यदि औद्योगिक इकाई लगाती है तो पहले पंजाब सरकार से मंजूरी ले। कॉर्पोरेट घरानों से पहले खरीद की गई जमीनों पर भी नजरसानी करने के लिए प्रस्ताव पास किया जाए।
कुलतार सिंह संधवां ने यह भी बताया कि पंजाब सरकार की ओर से विशेष सत्र के दौरान यह भी प्रस्ताव पास करना चाहिए कि यदि कोई व्यक्ति या कंपनी कम से कम समर्थन मूल्य से कम रेट पर फसल की खरीद करता है तो उस के खिलाफ फौजदारी मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
विधायक संधवां ने कहा कि मुख्यमंत्री राजा अमरिन्दर सिंह और वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल को चाहिए कि वह विशेष सत्र में लोगों और लोगों के चुने हुए प्रतीनिधियों को यकीन दिलाएं कि वह केंद्र सरकार की ओर से थोपे गए किसान विरोधी तीनों ही बिलों की तैयारी समय उपस्थित नहीं थे। यदि वह सच में तैयारी के समय उपस्थित नहीं थे तो केंद्र सरकार के खिलाफ पंजाब विधान सभा की ओर से ‘अधिकार मोशन’ स्वीकृत करके भेजा जाए।
कुलतार संधवां ने बाकी राजनैतिक पार्टियों को भी अपील करते कहा कि इस मुश्किल की घड़ी में अपने राजसी हितों से पर उठ कर किसानों को बजाने के लिए आगे आएं और विशेष सत्र में उक्त प्रस्तावों का समर्थन करके सर्वसम्मित से स्वीकृत किये जाएं।