‘आप’ संसद ने प्रधान मंत्री को पत्र लिख कर आर.बी.आई के द्वारा दिशा-निर्देशों जारी करने की मांग की
चंडीगड़, 24 मार्च 2020-आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के राज्य प्रधान और संसद मैंबर भगवंत मान ने प्रधान मंत्री को पत्र लिख कर मांग की है कि वह आर.बी.आई के द्वारा सभी राष्ट्रीय, क्षेत्रीय, निजी बैंकों और अन्य शंस्थागत और गैर-शंस्थागत वित्तीय अदारों को कर्ज की किश्तें/लेनदारियां 30 सितम्बर 2020 तक बिना ब्याज स्थगित करने के बारे में दिशा -निर्देश जारी करें।
‘आप’ हैडक्वाटर द्वारा जारी पत्र के अनुसार भगवंत मान ने प्रधान मंत्री को संबोधित होते कहा कि विश्व -व्यापक आफत के तौर पर चुनौती बने नोबल कोरोना-वायरस (कौविड -19) के साथ निपटने के लिए आप की केंद्र और राज्य सरकारों की तरफ से उठाए जा रहे कदमों के साथ आज पूरा देश डट कर खड़ा है। यह राष्ट्रीय एकता हर नागरिक के मन को तसल्ी और मजबूती दे रही है। सरकारों के साथ-साथ आम जन के 100 प्रतिशत साथ के बिना इस भयंकर चुनौती के साथ निपटना संभव नहीं है।
मान ने कहा कि ऐसे हालात में देश के हर नागरिक का हौसला और मनोबल ऊंचा रखने के लिए आप से मांग करते हैं कि केंद्र सरकार भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा देश के राष्ट्रीय, जनतक (पब्लिक सैक्टर), क्षेत्रीय और प्राईवेट बैंक समेत वित्तीय लेने-देन वाले तमाम संस्थागत और गैर-संस्थागत अदारे को तुरंत प्रभाव दिशा-निर्देश जारी करे कि अगले 6 माह (30 सितम्बर 2020) तक हर श्रेणी के छोटे-बड़े कर्ज (लोन) या लेनदारियों को स्थगित किया जाए और इस चुनौती भरे काल (ड्यूरेशन) के दौरान बनते ब्याज पर 100 प्रतिशत छूट दे जिससे हर वर्ग के नागरिक को उनके हाउसिंग, व्यापारिक, व्हीकल, कृषि, कारोबारी या कल्याणकारी (वैलफेयर) स्कीम के अंतर्गत उठाए कर्ज की महीनावारी या छिमाही किश्त की देनदारी मानसिक और आर्थिक तौर पर परेशान न करे, क्योंकि कौविड -19 के साथ लडऩे और जीतने के लिए निराशा मुक्त और ऊंचे मनोबल की बेहद जरूरत है।
अंत में मान ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि आप की सरकार इस बाबत तुरंत जरुरी कदम उठाऐगी और पूरा देश एकजुट हो कर इस महामारी पर जल्दी जीत हासिल करेगा।