-‘आप’ ने कैप्टन को याद करवाया सर्वदलीय बैठक दौरान राजनैतिक दलों और किसानों के साथ किया वायदा
👉-अध्यादेशों विरुद्ध रोष प्रदर्शन कर रहे किसानों और ‘आप’ नेताओं विरुद्ध पंजाब सरकार की ओर से दर्ज किए मामलों की निंदा की
चण्डीगढ़, 23 जुलाई 2020 (विश्ववार्ता):आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद भगवंत मान ने केंद्र सरकार की ओर से खेती संशोधन के नाम पर लाए 2 अध्यादेशों के बारे में जारी की नोटिफिकेशन को पूरी तरह रद्द करते मोदी सरकार के हिस्सेदार बादलों के साथ-साथ मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं।
पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा भगवंत मान ने कैप्टन अमरिन्दर सिंह को मुखातिब होते पूछा, ‘‘केंद्र के तीनों खेती विरोधी, किसान-खेत मजदूर और आढ़तिया-ट्रांसपोर्टरों समेत खुद पंजाब विरोधी अध्यादेशों को लेकर आपकी (मुख्यमंत्री) तरफ से बुलाई गई राजनैतिक दलों और किसान संगठनों के साथ सर्वदलीय बैठक में जब केंद्र की इस तानाशाही को पंजाब विधान सभा के विशेष सत्र के द्वारा रद्द करने का सर्वसम्मती से प्रस्ताव पास हो गया था तो आप अब तक विधान सभा का विशेष सत्र क्यूं नहीं बुलाया? इस कदम से भागा क्यूं जा रहा है? अगर कोरोना महामारी के दौरान मोदी और आपकी पंजाब सरकार की ओर से ओर 20 तरह के लोक विरोधी फैसले लिए जा सकते हैं तो विधान सभा के विशेष सत्र वाली कार्यवाही क्यूं टाली जा रही है? जबकि केंद्र के यह फैसले रद्द करना पंजाब और पंजाब की कृषि के लिए ‘करो या मरो’ जितनी महत्ता रखते हैं।’’
भगवंत मान ने सुझाव दिया बेशक 50 प्रतिशत विधायकों के साथ 2 दिन जिस्त-टांक (ऑड-ईवन) सिटिंग फार्मूले से ही सही परंतु केंद्र सरकार के अध्यादेशों के रूप में पंजाब के किसानों पर थोपी जा रही बर्बाद करने वाली तानाशाही को हर हाल विधान सभा के द्वारा रद्द किया जाए।
भगवंत मान ने बादल परिवार को आड़े हाथों लेते कहा कि मोदी ने अध्यादेशों के संदर्भ में नोटिफिकेशन जारी करके संघीय ढांचे का उल्लंघन और प्रदेश के अधिकार छीने हैं। प्रदेश के मंडीकरन ढांचे को तोड़ कर न केवल आढ़तिया बल्कि पंजाब सरकार को इक_ी होती मंडी फीस भी लूट ली गई है। खुली मंडी के नाम पर किसानों को कॉर्पोरेट घराणों के रहमो कर्म (मरसी) पर छोड़ कर कम से कम समर्थन मूल्य को बे असर कर दिया है। मोदी द्वारा इतनी बर्बादी दीवार पर लिखी जा चुकी है आप (बादल) वह ‘कुर्बानी’ कब दोगे जिस का आप (बादल) 2 पीढिय़ों से जिक्रकरते आए हो?’’
भगवंत मान ने कहा कि बादल परिवार को अब दो बेड़ी में सवारी नहीं होने देंगे। भगवंत मान ने कैप्टन सरकार की ओर से इन अध्यादेशों के विरुद्ध केंद्र की भाजपा-बादल सरकार विरुद्ध रोष प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों और ‘आप’ नेताओं पर दर्ज किए मामलों की निंदा करते हुए कैप्टन को सवाल किया कि रोष प्रदर्शन मोदी सरकार के विरुद्ध हो रहे हैं, आपको (पंजाब सरकार) को दर्द क्यूं हो रहा है?