विजीलैंस ब्यूरो द्वारा दो रेलवे मुलाजिमों और एक प्राईवेट व्यक्ति के विरुद्ध रिश्वतख़ोरी का पर्चा दर्ज
रेलवे में नौकरी दिलाने के बदले 20,000 रुपए की रिश्वत लेने वाले प्राईवेट व्यक्ति को किया काबू
चंडीगढ़, 7 मार्चःपंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध जारी मुहिम के दौरान मंगलवार को भारतीय रेलवेज़ में नौकरियाँ दिलाने के एवज़ में रिश्वत लेने के दोष में रेलवेज के दो मुलाजिमों और एक निजी व्यक्ति के खि़लाफ़ रिश्वतख़ोरी का केस दर्ज किया है। इस मामले में विजीलैंस ब्यूरो ने एक प्राईवेट व्यक्ति दलजीत सिंह, निवासी गाँव दुलची के, ज़िला फ़िरोज़पुर को 10,000 रुपए की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू कर लिया है।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त दोषी दलजीत सिंह समेत डिवीजनल रेलवेज मैनेजर, फ़िरोज़पुर में तैनात रवि मल्होत्रा, हैड क्लर्क और जोगिन्द्र सिंह क्लर्क के विरुद्ध गाँव अली के, ज़िला फ़िरोज़पुर के निवासी मंगल सिंह की शिकायत पर भ्रष्टाचार का यह मुकदमा दर्ज किया गया है।
इस सम्बन्धी और जानकारी देते हुये उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो के पास पहुँचकर दोष लगाया कि उक्त रेलवे मुलाजिमों ने दलजीत सिंह के साथ मिलीभुगत करके उसके दो पुत्रों को रेलवे में भर्ती करवाने के नाम अधीन 9 लाख रुपए की रिश्वत लेकर जाली नियुक्ति पत्र और शिनाख्ती कार्ड सौंप दिए हैं। शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि उक्त दोषी दलजीत सिंह अब इस सम्बन्धी बाकी रहते काम को अंजाम देने के लिए 20,000 रुपए और माँग रहा है और शिकायतकर्ता ने सबूत के तौर पर अपने फ़ोन पर हुई सारी बातचीत रिकार्ड कर ली।
प्रवक्ता ने बताया कि विजीलैंस ब्यूरो ने इस शिकायत की प्राथमिक जांच के बाद मंगलवार को उक्त दोषी दलजीत सिंह को दो सरकारी गवाहों की हाज़िरी में शिकायतकर्ता से 20,000 रुपए की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू कर लिया।
इस सम्बन्धी उक्त सभी दोषियों के खि़लाफ़ विजीलैंस ब्यूरो के थाना फ़िरोज़पुर में भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है और मामले की आगे जांच जारी है।
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