राजनैतिक बिना पार्टी के झंडे से किसानों के संघर्ष में शामिल होंगे आम आदमी पार्टी के वर्कर और नेता-भगवंत मान
– एमएसपी और फसलों की खरीद ही किसानों की समस्याओं का एक मात्र समाधान
चंडीगढ़, 22 नवंबर 2020 -केंद्र की नरिन्दर मोदी सरकार द्वारा किसानों पर थोपे गए काले कानूनों का विरोध कर रहे प्रदेश भर के किसानों की ओर से दिल्ली में जा कर प्रदर्शन करने सम्बन्धित प्रोगराम में आम आदमी पार्टी के वर्करों को बिना पार्टी का झंडा लिए शामल होने की अपील करते आम आदमी पार्टी पंजाब के प्रधान भगवंत सिंह मान ने इस सम्बन्धित पार्टी वर्करों को लामबंद होने का न्योता दिया। पार्टी के हैडक्वाटर चण्डीगढ़ से जारी प्रैस बयान में मान ने कहा कि किसान पंजाब के लिए रीड़ की हड्डी हैं, पंजाब के किसानों के बिना पंजाब को आगे नहीं लेकर जाया जा सकता। उन्होंने कहा कि किसानों के संघर्ष में शामिल हो कर आम आदमी पार्टी राजनीति से ऊपर उठकर उनके कंधे से कंधा जोड़ कर खड़ी होगी।
मान ने कहा कि आज के समय जब हमारे किसान, मांएं, बहनें अपनी जमीन बचाने के लिए सर्द रातों में खुले आसमान के नीचे सडक़ों पर दिन काट रहे हैं तो हम चैन के साथ नहीं बैठ सकते। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुखद है कि दिन-रात मेहनत करके दूसरों का पेट भरने वाले किसान की न तो केंद्र की गूंगी बोली मोदी सरकार और न ही राजवाड़ों की तरह कुर्सी का आनंद ले रहे कैप्टन अमरिन्दर सिंह सुन रहे हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी किसानों की जायज मांगों को लेकर पहले से ही संघर्ष के मैदान में है और तब तक आराम के साथ नहीं बैठेगी जब तक हमारा अन्नदाता की बात नहीं सुनी जाती।
मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी के वर्कर और अधिकारी राजनीति से ऊपर उठ कर किसानों की जायज मांगों को अपना समर्थन देने की नीयत के साथ संघर्ष में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि 26 और 27 नवंबर को किसानों की ओर से दिल्ली में किए जाने वाले घेराव में गांव गांव, गली, मुहल्ले में से किसानों के काफिलों में शामिल होंगे। उन्होंने वर्करों और पार्टी के अधिकारियों से अपील की है कि हमारे लिए हमारे किसान सब से पहले हैं और राजनीति बाद में, हमारा फर्ज बनता है कि हम पंजाब वासी होने के नाते किसानों के आंदोलन में शामिल हों, जिससे लोक विरोधी सरकारों को लोगों के संघर्ष के आगे झुक सके।