भारत का अग्रणी औद्योगिक राज्य और पसंदीदा वैश्विक निवेश गंतव्य बनने की राह पर पंजाब – कैप्टन अमरिंदर सिंह
मार्च, 2017 से 86,819 करोड़ रुपए की लागत वाले 2661 निवेश प्रस्तावों के लिए सुविधा प्रदान करने के लिए निवेश पंजाब की प्रशंसा
चंडीगढ़, 2 जुलाईःराज्य में निवेश के सुखद माहौल को उत्साहित करने की सफलता पर संतुष्टि ज़ाहिर करते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज भरोसा जताते हुए कहा कि पंजाब, भारत के औद्योगिक मानचित्र पर अग्रणी राज्य और सबसे अधिक पसंदीदा वैश्विक निवेश गंतव्य बनने की राह पर है।
मुख्यमंत्री ने निवेश अनुकूल माहौल का निर्माण करने और मई, 2021 तक 86,819 करोड़ की लागत वाले 2661 निवेश प्रस्तावों में सुविधा प्रदान करने के लिए की शानदार प्रगति की सराहना की जिससे रोज़गार के 323,260 अवसर निर्मित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च, 2017 में उनकी सरकार के सत्ता में आने के बाद से राज्य के औद्योगिक क्षेत्र में भारी वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा उद्योग-अनुकूल नई नीति लाई गई जिससे कारोबार आसान हुआ और निवेशकों में भरोसा पैदा किया गया। मुख्यमंत्री ने बताया कि कोविड संकट के कारण आर्थिकता की रफ़्तार धीमी होने के बावजूद राज्य ने मई, 2021 में 2277 करोड़ रुपए की लागत वाले 267 निवेश प्रस्ताव प्राप्त किये हैं।
मुख्यमंत्री ने औद्योगिक यूनिट स्थापित करने के लिए संभावी निवेशकों और उद्यमियों के लिए मंजूरी में तेज़ी लाने को यकीनी बनाने के लिए लीक से हटकर अनेकों कदम उठाने के लिए पंजाब ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन (पी.बी.आई.पी.) द्वारा किये गए यत्नों की सराहना की। उन्होंने कहा कि हर जिले में औद्योगिक और निवेश उत्साहित ब्यूरो की स्थापना करने के हाल ही में किये गए फ़ैसले से राज्य में कारोबार करना और भी आसान हो जायेगा। उन्होंने कहा कि इससे पंजाब बिजनेस फर्स्ट पोर्टल के द्वारा समय पर मंजूरियां देने, एन.ओ.सी. अप्लाई करने और मंजूरियां समय पर जारी करने में सुविधा मुहैया करवाई जायेगी।
इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन के प्रमुख सचिव आलोक शेखर ने बताया कि मई, 2021 में 2277 करोड़ रुपए के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं जिनमें से 1206 करोड़ रुपए की लागत के प्रोजैक्ट रियल एस्टेट, आवास और बुनियादी ढांचे, पर्यटन व आतिथ्य, स्वास्थ्य देखभाल, विनिर्माण और कृषि, फूड प्रोसेसिंग और बेवरेज से सम्बन्धित हैं।
निवेश पंजाब के सी.ई.ओ. रजत अग्रवाल के अनुसार मार्च, 2017 से 2661 प्रोजैक्ट शुरू हुए हैं जिनमें से 54 प्रतिशत ने व्यापारिक उत्पादन शुरू कर दिया है जबकि 37 प्रतिशत निर्माणाधीन या निर्माण के बाद के चरण पर हैं।
राज्य भर में प्रोजैक्टों की क्षेत्र स्तर पर वितरण के संदर्भ में, श्री अग्रवाल ने बताया कि एरोसपेस, एमआरओ और डिफेंस में दो प्रोजैक्ट स्थापित किये गए हैं जबकि फूड प्रोसेसिंग और बेवरेज में 386, एलोए स्टील और स्टील में 150, आटो और आटो कम्पोनेंट्स में 82, साइकिल और साइकिल कम्पोनेंट्स/पार्टस में 30, बायोटैक्नालोजी में सात, केमिकल और पैट्रोकैमिकल में 36, ई-व्हीकल में दो, शिक्षा में 36, इलेक्ट्रानिक में 28, फुटवेयर और असैसरीज में 18, हैल्थकेयर में 49, आईटी और आईटीईएस में 82, लैदर में दो, लाईफ साईंस में एक, लाईट इंजीनियरिंग और मशीन टूल में 18, लाजिस्टिक में 29, मैनुफेक्चरिंग में 858, मीडिया और इंटरटेनमैंट में 11, मैडीकल उपकरणों में आठ, एनआरएसई पावर प्रोजेक्टों में 23, अन्य सेवाओं सम्बन्धी प्रोजैक्टों में 49, फार्मास्यूटीकल में 49, प्लास्टिक में 35, पावर में पाँच, रियल अस्टेट, हाउसिंग और बुनियादी ढांचे में 215, रिटेल और ई-कामर्स में 11, हुनर विकास केन्द्रों में 4, स्टार्ट -अपस में 8, टेक्स्टाईल, तकनीकी टेक्स्टाईल, अपैरलस और मैक-अप में 199 और पर्यटन और आतिथ्य के क्षेत्र में 128 प्रोजैक्ट शामिल हैं।
16 मार्च, 2017 से 31 मई, 2021 तक जिला स्तर पर रोजगार की संभावनाओं के साथ हुए निवेश संबंधी बताते हुये श्री अग्रवाल ने बताया कि बठिंडा जिला 24750 नौकरियों के सामर्थ्य वाले 24698 करोड़ रुपए के 70 प्रोजेक्टों के साथ शिखर पर है। इसके बाद एस.ए.एस.नगर ने 61,663 नौकरियों के सामर्थ्य के साथ 23,172 करोड़ रुपए के निवेश वाले 609 प्रोजैक्ट और लुधियाना ने 12,094 करोड़ रुपए के निवेश के साथ 88,836 प्रस्तावित नौकरियों वाले 590 प्रोजैक्ट प्राप्त किये हैं। पटियाला में 17,257 नौकरियों वाले 226 प्रोजैक्ट हैं जिनकी कुल लागत 5576 करोड़ रुपए है। इसके इलावा अमृतसर ने 13435 नौकरियाँ वाले 146 प्रोजैक्ट प्राप्त किये हैं जिसकी लागत 3691 करोड़ रुपए है।
उन्होंने आगे कहा कि जिला फतेहगढ़ साहिब 235 प्रोजैक्टों के साथ 3080 करोड़ रुपए का निवेश करके 17632 व्यक्तियों के लिए रोजगार पैदा करेगा जबकि शहीद भगत सिंह नगर 3005 करोड़ रुपए की लागत वाले 27 प्रोजैक्ट के साथ 8026 नौकरियों के मौके पैदा करेगा और रूपनगर 1977 करोड़ रुपए की लागत वाले 38 प्रोजेक्टों के साथ 9432 व्यक्तियों को रोजगार देगा।
अन्य जिलों में होशियारपुर (प्रोजैक्ट 59, लागत 1,959 करोड़ रुपए, नौकरियां 6360); बरनाला (प्रोजैक्ट 42, लागत 1164 करोड़ रुपए, नौकरियां 5204), जालंधर (133 प्रोजैक्ट, 1081 करोड़ रुपए का निवेश, 9319 नौकरियाँ), पठानकोट (34 प्रोजैक्ट, 1066 करोड़ रुपए का निवेश, 2697 नौकरियाँ), संगरूर (124 प्रोजैक्ट, 943 करोड़ की लागत, 11214 नौकरियाँ), गुरदासपुर (64 प्रोजैक्ट, 649 करोड़ रुपए की लागत, 16720 नौकरियाँ), श्री मुक्तसर साहिब (27 प्रोजैक्ट, 580 करोड़ रुपए का निवेश, 2023 नौकरियाँ), फरीदकोट (29 प्रोजैक्ट, लागत 398 करोड़ रुपए, 3971 नौकरियाँ), मानसा (19 प्रोजैक्ट, 380 करोड़ रुपए का निवेश, 466 नौकरियाँ), फिरोजपुर (27 प्रोजैक्ट, 332 करोड़ रुपए का निवेश, 16515 नौकरियां), फाजिल्का (49 प्रोजैक्ट, 321 करोड़ रुपए का निवेश, 1930 नौकरियाँ), कपूरथला (29 प्रोजैक्ट, 276 करोड़ रुपए, 3667 नौकरियाँ), मोगा (51 प्रोजैक्ट, 203 करोड़ रुपए, 1022 नौकरियाँ) और तरन तारन (33 प्रोजैक्ट, 173 करोड़ रुपए, 1121 नौकरियां) शामिल हैं।