-डेरा प्रमुख को पोशाक की सौगात का मामला
-कहा, आधा कबूलनामा है इतने गंभीर आरोपों पर बादलों की चुप्पी
चंडीगढ़, 18 जुलाई 2020 (विश्ववार्ता):
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के अध्यक्ष व सांसद भगवंत मान ने डेरा सिरसा प्रमुख को श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी जैसी पोशाक की सौगात देने सम्बन्धित सुखबीर सिंह बादल पर लगे गंभीर आरापों के संदर्भ में बादल परिवार की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं।
पार्टी हैडक्वाटर द्वारा जारी बयान व शोशल मीडीया के माध्यम से भगवंत मान ने पूर्व मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल, अकाली दल (बादल) के अध्यक्ष और सांसद सुखबीर सिंह बादल, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और बादल परिवार के करीबी रिश्तेदार बिक्रम सिंह मजीठिया के पासपोर्ट जब्त करने की मांग करते कहा कि इतने गंभीर आरोपों पर चुप्पी धार कर बादलों ने आधा कबूलनामा कर लिया है।
भगवंत मान ने कहा, ‘‘आरोप बेहद गंभीर व लोगों की भावनाओं को तार-तार करने वाले हैं। विभिन्न पंथक जत्थेबंदियों ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार साहिबान को मांग पत्र देकर सुखबीर सिंह बादल को पंथ से निकालने की मांग भी की जा चुकी है। मुझे बहुत हैरानी हो रही है कि खुद को सबसे बड़े पंथक नेता और ‘फखर-ऐ-कौम’ कहलवाने वाले सरदार प्रकाश सिंह बादल चुप्प हैं। सुखबीर, हरसिमरत और मजीठिया भी चुप्प हैं। यहां तक कि हर छोटी-बड़ी बात पर बादलों की पीपनी बनने वाले विरसा सिंह वलटोहा, प्रो. प्रेम सिंह चन्दूमाजरा और डा. दलजीत सिंह चीमे जैसे भी चुप्प हैं। क्या यह चुप्पी आधा कबूलनामा नहीं है। जो लोगों के संदेह को यकीन में बदल रहा है।’’
भगवंत मान ने कहा कि सिर्फ गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने ही बादलों का वकील बन कर सफाई दी है, परंतु लौंगोवाल यह भी बता दें कि उन्होंने बादलों की सफाई बतौर एसजीपीसी प्रधान के तौर पर दी है या फिर बादलों की पार्टी की कोर समिति के मैंबर होने के नाते दी है।
भगवंत मान ने कहा कि बरगाड़ी-बहबल कलां मामले की जांच के पदचिह्न बादलों के दरवाजे तक जा चुकी हैं नतीजा अब यह डर है कि बादल और मजीठिया परिवार देश छोड़ कर ही न भाग जाएं। इस लिए इन सबके पासपोर्ट जब्त किए जाएं। जिससे यह किसी भी कीमत पर भाग न सकें और सभी जांच कमिशनों और जांच टीमों के साथ-साथ लोगों की कचहरी का भी सामना करें।
भगवंत मान ने कहा कि पंजाब और सिक्ख पंथ का जितना नुक्सान बादल परिवार ने किया है, उतना तो अहमद शाह अब्दाली भी नहीं कर सका था।