चंडीगढ़ 23 नवंबर ( विश्व वार्ता) पंजाब में जहां पहले प्रॉपर्टी में निवेश पर अधिक बल दिया जाता था वहीँ प्रॉपर्टी बाजार में मंदी के बाद पंजाब के निवेशकों में इक्विटी पर सबसे अधिक भरोसा देखने को मिला है। इंडिया वेल्थ रिपोर्ट 2019 में प्रमुख वित्तीय सेवा समूह, कार्वी समूह की संपत्ति प्रबंधन शाखा कार्वी प्राइवेट वेल्थ ने पंजाब के व्यक्तिगत निवेशकों से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों का खुलासा किया। रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब के व्यक्तिगत निवेशकों ने इक्विटी में सबसे अधिक भरोसा दिखाया है। यह रिपोर्ट प्रत्येक परिसंपत्ति वर्ग में निवेश किये गये एक-एक रुपये के बारे में बताती है।
पंजाब के व्यक्तिगत निवेशकों ने उनके म्युचुअल फंड पोर्टफोलियो के इक्विटी उत्पादों में अधिक राशि अर्थात 6811 प्रतिशत का निवेश किया है जबकि राष्ट्रीय औसत 64 प्रतिशत है। चंडीगढ़ लुधियाना अमृतसर और जालंधर में कुल प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति में राष्ट्रीय औसत की तुलना में इक्विटी में अधिक निवेश दर्ज किया गया है। चंडीगढ़ में म्युचुअल फंड्स में 999 प्रतिशत वर्ष-दर-वर्ष की स्वस्थ वृद्धि दर्ज की गयी। इस रिपोर्ट में इस बात को रेखांकित किया गया है; कि आने वाले वर्षों में प्रमुख रूप से टायर-2 और टायर-3 शहरों में म्युचुअल फंड की कुल प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति में वृद्धि होगी।
बाजार की अस्थिरता को ध्यान में रखते हुए जहां निवेशकों के लिए इक्विटी पसंदीदा परिसंपत्ति वर्ग प्रतीत होता है, वहीं सावधि जमा वर्ग सुरक्षित बना रहेगा। कुल मिलाकर, जमा वृद्धि दर राष्ट्रीय वृद्धि दर के करीब है। पंजाब के शहरों के बीच, चंडीगढ़ ने 12.12 प्रतिशत की सर्वोच्च वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि दर्ज कराई उसके बाद अमृतसर का स्थान रहा जहां 1139 प्रतिशत की वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि दर्ज की गई।
इस अवसर पर कार्वी प्राइवेट वेल्थ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अभिजित भावे ने कहा भारत में निवेश की प्राथमिकता की दृष्टि से डाइरेक्ट इक्विटी में निवेश लगातार महत्वपूर्ण बना हुआ है। यह अस्थिरता के बावजूद भारतीय इक्विटी बाजारों में निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है। हमें विश्वास है कि भारत को 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में भारत की मुहिम का वर्ष 2024 तक व्यक्तिगत संपत्ति पर सकारात्मक कैस्केडिंग प्रभाव होगा। हमें उम्मीद है कि अगले पांच वर्ष में एचएनआई की आबादी 1 मिलियन की संख्या को छू जायेगी।