चंडीगढ़, 24 अप्रैल (विश्ववार्ता): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर पंजाब की सबसे कम उम्र की महिला सरपंच पलवी ठाकुर के साथ एक वीडियो कांफ्रेंस की और पंचायती राज संस्थाओं के कामकाज के बारे में जानकारी प्राप्त की। पलवी ठाकुर पठानकोट जिले के ब्लॉक धारकलां के हाड़ा गाँव की सरपंच हैं।
प्रधानमंत्री मोदी से बात करते हुए सरपंच पलवी ठाकुर ने कहा कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के दौरान गेहूं की कटाई, खरीद और परिवहन के लिए पंजाब सरकार द्वारा मजबूत व्यवस्था की गई है। कफ्र्यू के दौरान गेहूं की खरीद के लिए चार से पांच गांवों के कलस्टर बनाकर मंडियों की स्थापना की गई है।
पलवी ठाकुर ने प्रधानमंत्री को यह भी बताया कि पंजाब सरकार ने कोरोना वायरस से किसानो, मजदूरो को बचाने के लिए हल्लोग्राम वाली पर्ची तिथि डालकर किसान को दी जाती है, किसान निश्चित तिथि को अपनी गेंहू लेकर मंडियों मे पहुंचता है। कोरोना के प्रकोप से बचने के लिए सरकार के निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने में पंचायतें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री को सूचित किया कि गेहूं की कटाई के समय दो मीटर की दूरी, पंचायतें पंजाब सरकार द्वारा हाथों, नाक और मुंह को ढकने, बार-बार हाथ धोने और एक-दूसरे के गंदे व्यंजनों का उपयोग न करने और इनका अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए जारी निर्देशों के बारे में कार्यकर्ताओं को जागरूक कर रही हैं।
पलवी ने प्रधान मंत्री को आगे बताया कि तालाबंदी की घोषणा के पहले दिन से, पंजाब के गांवों में पंचायतों ने कोरोना से बचाने के लिए गांवों को बंद कर दिया था।
बातचीत के दौरान प्रधान मंत्री ने कहा कि देश के किसानों ने विशेष रूप से पंजाब ने देश के खाद्यान्न को फिर से भरने के लिए कड़ी मेहनत की है। उन्होंने किसानों को देश के लोगों को भोजन और दूध और फल प्रदान करने का भी निर्देश दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा किए गए प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने किसानों से धरती को बचाने के लिए यूरिया की खपत को कम करने की भी अपील की।