पंजाब में फिर टीकों की कमी होने पर मुख्यमंत्री ने दो महीनों में सारी योग्य जनसंख्या को कवर करने के लिए केंद्र को और वैक्सीन भेजने के लिए कहा
उपलब्धता के आधार पर सभी 18-45 साल आयु वर्ग के टीकाकरण का किया ऐलान
चंडीगढ़, 29 जून : राज्य में कोवीशील्ड टीकों की कमी और कोवैकसीन की सिर्फ 112821 खुराकों के मद्देनजर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने केंद्र से और वैक्सीन मुहैया करवाने सम्बन्धी अपनी माँग को दोहराया जिससे अगले दो महीनों में योग्य व्यक्तियों का टीकाकरण मुकम्मल करने के लिए 18-45 साल आयु वर्ग के सभी व्यक्तियों को कोविड के टीके लगाए जा सकें।
वैक्सीन की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुये चाहे उनकी तरफ से 18-45 आयु वर्ग की आबादी के टीकाकरण के लिए हुक्म के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे पहले प्राथमिक वर्गों को कवर करने के लिए कोशिशें की जाएंगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने दो महीनों में सभी योग्य व्यक्तियों के टीकाकरण का लक्ष्य निश्चित किया है जिसके बाद समय-सूची अनुसार टीके की दूसरी खुराक दी जायेगी। मौजूदा समय में टीकाकरण के लिए पंजाब की योग्य आबादी के 4.8 प्रतिशत हिस्से का मुकम्मल टीकाकरण हो चुका है और जिला मोहाली पहली और दूसरी खुराकें लगाने में अग्रणी हैं।
कोविड समीक्षा वर्चुअल मीटिंग के दौरान पंजाब में टीकाकरण की प्रगति और स्थिति का जायजा लेते हुए मुख्यमंत्री ने पाया कि राज्य सरकार पहले ही 62 लाख से अधिक योग्य व्यक्तियों को टीके लगा चुकी है और बिना किसी बर्बादी से स्टाक का प्रयोग कर रही है। हालाँकि बड़े स्तर पर टीकों की कमी है। मौजदा समय राज्य में कोवीशील्ड का भंडार खत्म हो चुका है और कोवैकसीन टीकों का भी बहुत कम भंडार उपलब्ध है।
इसकी तरफ इशारा करते कि राज्य सरकार की तरफ से बार-बार भारत सरकार के पास खुराकों की कमी सम्बन्धी मुद्दा उठाया जा रहा है, कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि यह अहम हो गया है क्योंकि पंजाब अब धीरे-धीरे कम से कम एक खुराक लेने की शर्त पर काम करने को ढील दे रहा है। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को तुरंत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष उठाएंगे और जरूरत पड़ने पर प्रधान मंत्री के समक्ष भी यह मुद्दा उठाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने भाजपा शासित राज्यों जैसे हरियाणा और गुजरात को केंद्र की तरफ से बड़ी मात्रा में खुराक मुहैया करवाने पर सवाल किया।
डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने बताया कि टीकाकरण की दो खुराकों के बाद पुलिस मुलाजिमों में 98 प्रतिशत सुरक्षा दर्शाते पंजाब पुलिस के अध्ययन का हवाला देते हुये मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शुक्रवार को स्वास्थ्य और मैडीकल शिक्षा विभाग को टीकों की कुशलता की निगरानी जारी रखने के लिए कहा। अब तक तकरीबन 79000 पंजाब पुलिस कर्मचारियों को टीका लगाया जा चुका है जिसमें से 57 प्रतिशत को दूसरी खुराक लगाई गई है। डा. राजेश कुमार की तरफ से 3 फरवरी से 28 जून के दरमियान किये गए अध्ययन से पता लगा कि इस समय के दौरान हुई कुल मौतों में से 15 मौतें टीका न लगाने वालों की हुई हैं जिन्होंने कोई भी खुराक नहीं ली थी जब कि दोनों खुराकों लेने वाले सिर्फ एक व्यक्ति की मौत हुई।
मुख्यमंत्री ने सम्बन्धित विभागों को टीकाकरण, टेस्टिंग और माईक्रो -कंटेनमैंट जोनों के मामले में सहायता के लिए जनता को उत्साहित करने हेतु मुहिम चलाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि इनको सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय किया जाना चाहिए।