कुमारी सैलजा ने कहा कि बीते कुछ समय में भारत ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (एचसीक्यू) की दवाई भारी मात्रा में अन्य देशों में निर्यात की हैं। जो कि इन बीमारियों से लड़ने में काम आती है। कहीं ऐसी स्थिति उत्तपन्न ना हो जाये कि हमें इस दवाई की अपने ही देश में किल्लत हो जाए।
कुमारी सैलजा ने सरकार से सीधा सवाल किया है कि क्या सरकार इस आने वाली समस्या के लिए तैयार है? कहीं ऐसा न हो कि बरसात का मौसम हमारे सामने इन सभी बीमारियों के साथ खड़ा हो और हम उस समय पर इनका हल ढूंढ़ने में लगे रहें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई स्थानों से यह समाचार भी प्राप्त हो रहे हैं कि बायोवेस्ट को खुले में फेंका जा रहा है, यह हमारे प्रदेश के लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। प्रदेश सरकर इस पर भी तुरंत संज्ञान ले और लापरवाही करने वालों के खिलाफ कारवाई करे।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकारों का यह रवैया रहा है कि समय रहते इनके द्वारा कदम नहीं उठाए जाते। ऐसा पहले भी हो चुका है, जब फरवरी माह में राहुल गांधी जी ने सरकार को कोरोना संक्रमण को लेकर आगाह किया था, उस समय सरकार ने उनकी बात को नज़रअंदाज़ कर दिया था।
कुमारी सैलजा ने कहा कि एक ज़िम्मेवार पार्टी होने के नाते कांग्रेस ने हमशा आने वाली मुसीबत के लिए सरकार को समय से पहले आगाह किया है। आज भी हम सरकार को आगाह रहे हैं, ताकि पहले ही कोरोना जैसे भयावह महामारी से जूझ रहा हमारा प्रदेश इन बीमारियों से दूर रह सके। उन्होंने कहा कि सरकार इस ओर ध्यान दे और विशेषज्ञों व उनकी चिंताओं पर गौर करते हुए आने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए पहले से ही तैयारी करे।