जब तक गरीबी बनी रहेगी तब तक बाल मजदूरी को हटाना संभव नहीं होगा: विक्रांत राणा
चंडीगढ़ 19 नवम्बर ( विश्व वार्ता )अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के डायरेक्टर लीगल सेल पंजाब एडवोकेट विक्रांत राणा ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस हर साल 20 नवंबर को मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय एकजुटता को बढ़ावा देना, दुनिया भर में बच्चों के बीच जागरूकता और बच्चों के कल्याण के लिए काम करना है. विश्व बाल दिवस हम सभी को बच्चों के अधिकारों की वकालत करने और उन्हें बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करता है. बच्चें ही हमारा भविष्य हैं, लेकिन अगर बच्चें अपने अधिकारों से वंचित रह जाएंगे तो एक बेहतर दुनिया का निर्माण नहीं किया जा सकेगा.
राणा ने आगे कहा की बच्चों के अधिकारों को लेकर गम्बीरता की जरूरत है । हर जगह बच्चों के अधिकारों की अनदेखी की जाती है। बाल अधिकारों में जीवन का अधिकार, पहचान, भोजन, पोषण ओर स्वास्थ्य, विकास, शिक्षा और मनोरंजन, नाम और राष्ट्रीयता आदि शामिल हैं। प्रबुद्ध लोगों के साथ बच्चों के माता-पिता का दायित्व है कि वे बच्चों को इनके बारे में जागरूक करें।
राणा ने आगे कहा कि जब तक गरीबी बनी रहेगी तब तक बाल मजदूरी को हटाना संभव नहीं होगा। सरकार को ऐसी योजना बनानी चाहिए जिससे ऐसे कुटिल समस्याओं पर काबू पाया जा सके