चंडीगढ़ में मेयर चुनाव को लेकर आज हाईकोर्ट मे हुई अहम सुनवाई
हाईकोर्ट ने प्रशासन के वकील से चुनाव की तारीख पर किया जवाब तलब
चंडीगढ, 20 जनवरी (विश्ववार्ता) बडी खबर सामने आ रही है कि आज चंडीगढ़ में मेयर चुनाव को लेकर गठबंधन प्रत्याशी और आम आदमी पार्टी से मेयर उम्मीदवार कुलदीप टीटा की तरफ से दायर दोनों याचिकाओं पर पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। अब अगली तारीख 23 जनवरी रखी गई है। अदालत ने प्रशासन के वकील से 6 फरवरी तय की गई चुनाव की तारीख पर जवाब तलब किया है।
बतां दे कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव के लिए 6 फरवरी की तारीख तय करने को चुनौती देने वाली याचिका पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई हुई।
जानकार सूत्रो के हवाले से खबर है कि हाईकोर्ट ने स्पष्ट कर दिया है कि चुनाव में 18 दिन की देरी स्वीकार नहीं की जा सकती। हाईकोर्ट ने याचिका पर सुनवाई 23 जनवरी तय करते हुए प्रशासन को जल्द से जल्द चुनाव को लेकर जवाब देने का आदेश दिया है। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि 26 जनवरी से पहले यह चुनाव आवश्यक हैं अन्यथा हाई कोर्ट को आवश्यक आदेश जारी करना पड़ेगा। याचिका पर हाईकोर्ट ने चंडीगढ़ प्रशासन नगर निगम सहित अन्य प्रतिवादियों को नोटिस जारी कर दिया है। सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने कानून व्यवस्था की दलीलें देते हुए चुनाव टालने पर भी प्रशासन को फटकार लगाते हुए कहा कि ऐसी दलीलें स्वीकार नहीं की जा सकती।
जानकारी के लिए बतां दे कि 18 जनवरी को होने वाले मेयर के चुनाव को टालने का कारण पीठासीन अधिकारी का बीमार होना बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार चुनाव अधिकारी अनिल मसीह बीमार हो गए हैं और इस वजह से मेयर चुनाव को टाला दिया गया है। दरअसल चंडीगढ़ के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव गुरुवार को मतदान से कुछ देर पहले टाल दिया गया था। सुबह 11 बजे मतदान शुरू होना था लेकिन आधा घंटा पहले ही एक आदेश जारी कर कहा गया कि पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह की तबीयत खराब हो गई है। डीसी ने शाम को आदेश जारी कर चुनाव की नई तिथि छह फरवरी घोषित कर दी।
भाजपा के खिलाफ साथ आए हैं कांग्रेस और आप
मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने पहली बार गठबंधन कर भाजपा के खिलाफ ताल ठोकी है। गठबंधन के प्रत्याशी कुलदीप कुमार टीटा और भाजपा प्रत्याशी मनोज सोनकर के बीच मेयर पद पर मुकाबला था। वर्तमान में गठबंधन के पास 20 वोट हैं जबकि भाजपा के पास 15। कोई उलटफेर नहीं होता तो गठबंधन का मेयर बनना तय था।