कहा कि सरकार ने पिछले तीन सालों में योजना के लिए 2,440 करोड़ रूपये का बजट जारी नही करने के बाद अगले वर्ष के लिए अनुसूचित जाति छात्रवृत्ति योजना के लिए 600 करोड़ रूपये के बजट की घोषणा की
कहा कि शिरोमणी अकाली दल एस सी समुदाय को धोखा देने के लिए कांग्रेस अनुसूचित जाति के विधायकों के खिलाफ मोर्चा शुरू करेगा: पवन कुमार टीनू
चंडीगढ़/15अक्टूबर(विश्ववार्ता):शिरोमणी अकाली दल (एसएडी) ने उसी योजना के तहत् पिछले तीन साल के 2,440 करोड़ रूपये का बजट जारी नही करने के बाद वर्ष 2021-22 के लिए एससी छात्रवृत्ति योजना के लिए 600 करोड़ रूपये के बजटीय प्रावधान की घोषणा कर दलित छात्रों के जख्मों पर नमक छिड़कने के लिए कांग्रेस सरकार की निंदा की है।
2021-22 के अनुसूचित जाति छात्रवृत्ति योजना के लिए 600 करोड़ रूपये के बजट प्रावधान को अनुसूचित जाति समुदाय के चेहरे पर तमाचा करार देते हुए, जिसमें राज्य की 34 फीसदी आबादी शामिल थी, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव पवन कुमार टीनू ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को चुनौती देते हुए कहा कि क्या उनकी सरकार ने पिछले तीन साल के एस सी स्कॉलरशिप के लिए बजट किए गए 2,440 करोड़ रूपये में से एक भी रूपया जारी किया है?
‘कांग्रेस सरकार ने 2018-19 में एस सी स्कॉलरशिप स्कीम मे लिए 620 करोड़ रूपये, 2019-20 में 860 करोड़ रूपये और 2020-21 में 960 करोड़ रूपये का प्रावधान रखा था। हालांकि अनुसूचित जाति के छात्रों को एक रूपया भी जारी नही किया यगा जिससे चार लाख छात्रों का भविष्य चौपट हो गया। अब सरकारी चुनावी साल में एससी छात्रों को 600 करोड़ रूपये जारी करने की घोषणा कर एससी समुदाय को मुर्ख बनाने की कोशिश कर रही है। यह गरीबों और दुखियों के खिलाफ पाप के समान है। पंजाब के दलित कांग्रेस और मुख्यमंत्री के उन पर इस तरह के क्रूर मजाक थोपने के लिए कभी माफ नही करेंगे।
शिरोमणी अकाली दल के दलित नेता अनुसूचित जाति समुदाय के लिए न्याय की मांग के लिए मुख्यमंत्री के खिलाफ ‘मोर्चा’ शुरू करेंगे। ‘कांग्रेस सरकार दलित छात्रों को न केवल 2,440 करोड़ रूपये न जारी करने की दोषी है बल्कि शिक्षण संस्थाओं को उनकी एससी छात्रवृत्ति राशि का भुगतान न करके उन्हे डिग्री प्रदान करने से रोकने के लिए भी दोषी है।
श्री टीनू ने कहा कि यह बेहद शर्म की बात है कि हालांकि कांग्रेस पार्टी से अनुसूचित जाति समुदाय के 25 विधायक थे, लेकिन उनमें से किसी ने भी अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए न्याय की मांग के लिए आवाज नही उठाई थी। श्री टीनू ने कहा कि जल्द ही हम इन विधायकों की भी कलई खोल देंगे और उन्हे पूरे समुदाय के सामने बेनकाब करेंगे।
अकाली नेताओं ने मुख्यमंत्री से यह भी बताने को कहा कि उन्होने केंद्र से करीब एक साल पहले एस सी स्कॉलरशिप के रूप में वितरण के लिए मिले 309 करोड़ रूपये किस खाते में छिपाए थे। उन्होने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि दलित छात्रों को यह पैसे बांटने के बजाय इसे उन्हे इससे वंचित किया गया तथा गबन किया गया। उन्होने कहा कि यह मुख्यमंत्री का दलित विरोधी रवैया था जो अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री साधु सिंह धर्मसोत द्वारा किए गए 69 करोड़ रूपए के एससी छात्रवृत्ति घोटाले के लिए जिम्मेदार था। उन्होने मांग की कि दलित छात्रों के खिलाफ अपराधों के लिए धर्मसोत को बर्खास्त कर गिरफ्तार कर जेल में रखा जाए।