एनपीए की मांग को लेकर सिविल अस्पताल फ़िरोज़पुर के डॉक्टरों ने स्वास्थ्य सेवाओं का बाईकाट करते रोष प्रदर्शन किया
फ़िरोज़पुर 12 जुलाई : पंजाब सरकार की ओर से एनपीए पर चुप्पी साधने और 6वें वेतन आयोग की रिपोर्ट में सरकारी डॉक्टरों के एनपीए को 25% से कम कर के 20% देने के विरोध में आज सिविल हस्पताल फ़िरोज़पुर के सभी डॉक्टरों ने पंजाब लेवल पर लिए गए फैसले के अनुसार ओपीडी तथा स्वास्थ्य सेवाओं का बाईकाट किया और पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, मगर इमरजेंसी और कोविड संबंधी सेवाओं को जारी रखा। इस अवसर पर प्रधान डाक्टर जितेंद्र कोछड, डॉक्टर डेविड ,डॉक्टर भूपेंद्रजीत कौर, डॉ नवीन सेठी, डॉ पंकज गुप्ता ,डॉ अर्चना मित्तल डॉ गुरमेज राम गोराया और पैरामेडिकल यूनियन के प्रधान रामप्रशाद ,सुधीर शर्मा और नरेंद्र शर्मा आदि ने कहां कि पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ने एनपीए का मुद्दा एक सप्ताह के अंदर अंदर हल करने का तालमेल कमेटी को आश्वासन दिया था मगर सप्ताह बीत जाने पर डॉक्टरों की एनपीए की मांग पूरी नहीं की गई भी ,बल्कि सरकार टालमटोल की नीति अपना रही है। उन्होंने कहा कि 14 जुलाई तक ओपीडी व अन्य सभी स्वास्थ्य सेवाएं बंद रखी जाएंगी और 15 जुलाई से संघर्ष और तेज किया जाएगा । डॉक्टरों ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा पेश की गई वेतन कमीशन की रिपोर्ट में डॉक्टरों को कुछ देने की जगह पंजाब सरकार ने उनसे पहले से मिल रहे भत्ते भी छीन लिए गए हैं ,जिसके खिलाफ पंजाब भर में रोष की लहर है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने 18 जुलाई तक एनपीए के मसले का हल ना किया तो समूह डाक्टर 19 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे और इमरजेंसी सेवाएं बंद करना भी उनकी मजबूरी बन जाएगा l