जैतो ,11 जून ( रघुनंदन पराशर )समाज को स्वस्थ बनाने में जुटी डॉ वीना गर्ग हर उस औरत तक पहुँचने में लगी हुई हैं जो औरत होने के महत्व से भी अंजान हैं |औरत सृष्टि की जननी हैं |वह चाहे किसी भी उच्च से उच्तम पद पर आसीन हैं, चाहे वह निम्न से भी निम्न स्तर पर जीवन यापन करती हो परन्तु दोनों शारीरिक स्तर पर एक समान हैं |दोनों ही तरह की औरते समाज की सृजना में बराबर की भागीदार हैं |
डॉ वीना का कहना हैं कि यदि हमारी औरते स्वस्थ होंगी तभी स्वस्थ नागरिक उत्पन्न होंगें |इसलिए एक औरत को मानसिक, शारीरिक औरत बौद्धिक स्तर पर स्वस्थ रखना जरुरी ही नहीं अनिवार्य हैं |उसे संक्रमन से बचाना भी सामाजिक दायित्व हैं, समाज किसी एक प्राणी या समुदाय की धरोहर नहीं हैं |सब को उन्नत और स्वस्थ समाज के निर्माण में अपना योगदान देना चाहिए |
डॉ वीना लगातार दुर्गम रास्तों से उन औरतों तक पहुँच रही हैं वह औरते चाहे कागज बीनने वाली हो, भट्टा मजदूर हो, खेत मजदूर हो चाहे ग़रीबी स्तर पर कमजोर हो |डॉ वीना ऐसी औरतों को ना केवल स्वस्थ्या के प्रति जागरूक करती हैं, उन्हें सैनिटरी नैपकिन के उपयोग करने की सलाह के साथ सेनेटरी नैपकिन भी देती हैं |उनके इस कार्य में बठिंडा विकास मंच के प्रधान श्री राकेश नरूला पूरा सहयोग करते हैं |आज उन्होंने भट्टे पर काम कर रही औरतों के पास जाकर स्नेटरी नैपकिन वितरित किये |.
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