कहा कि आप कांग्रेस सरकार की अनौपचारिक सांझेदार बन गई हैः डॉ. दलजीत सिंह चीमा
चंडीगढ़/27जूनः शिरोमणी अकाली दल ने आज आम आदमी पार्टी (आप) तथा उसके प्रदेश कनवीनर भगवंत मान पर कांग्रेस पार्टी और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ मिलीभगत कर पंजाबियों के हितों को धोखा देने का आरोप लगाया है।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए पूर्व मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि ऐसे समय में जब राज्य कोविड-19 महामारी के संकट से गुजर रहा था, आम आदमी पार्टी कांग्रेस के सुर में सुर मिला रही थी। ‘लोगों के मुद्दे उठाने और सरकार को उजागर करने की बजाय, आप ने कांग्रेस पार्टी के साथ नापाक गठबंधन किया है ताकि सामूहिक रूप से अकाली दल को घेरा जा सके। उन्होने कहा कि आम आदमी पार्टी के कनवीनर के बयानों में यह बहुत ज्यादा दिखाई दे रहा था कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकाल के दौरान हुए विभिन्न करोड़ों रूपए के घोटालों पर वे मुख्यमंत्री यां मंत्रिपरिषद पर निशाना बनाने में उनकी कोई दिलचस्पी नही थी, बस उन्हे अकाली दल को घेरने का जुनून सवार था।उन्होने कहा कि ऐसा लगता है कि भगवंत मान यह भूल गए हैं कि इस समय अकाली दल नही, कांग्रेस पार्टी है जो सत्ता में है।
डॉ. चीमा ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने राज्य में विपक्षी दल के सिद्धातों को छोड़ दिया है। उन्होने कहा कि जहां आम आदमी पार्टी कांग्रेस की बी-टीम के तौर पर काम कर रही थी, वहीं जाहिर तौर पर कांग्रेस सरकार के साथ अनौपचारिक तौर पर सांझेदार बन गई है। उन्होने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेतृत्व को केवल सरकार में अपना प्रभाव बनाए रखने और विपक्ष के नेता का पद सुनिश्चित करने जैसे छोटे छोटे मुद्दों में रूचि थी, भले ही उनके कई विधायक कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे।
डॉ. चीमा ने कहा कि यह सरेआम मिलीभगत हाल ही में सर्वदलीय मीटिंग में काफी दिखाई दी थी जिसमें मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जोर देकर कहा था कि आप केंद्रीय कृषि ओर्डीनेंस पर सरकार के नजरिए से सहमत हैं इससे पहले भगवंत मान ने इस विषय पर अपने विचार प्रकट किए। यह सच है कि लोगों के लिए काम करने की बजाय भगवंत मान ने कांग्रेस पार्टी के लिए काम किया है।
अकाली नेता ने कहा कि जनता आप को धोखा देने के लिए माफ नही करेगी। उन्होने कहा कि अकाली दल हमेशा लोगों के मुद्दे उठाता रहेगा तथा 5600 करोड़ रूपए के शराब घोटाले तथा 4000 करोड़ रूपए के बीज घोटाले तथा करोड़ो रूपए के राशन घोटाले के लिए स्वतंत्र जांच के लिए दबाव बनाएगा। उन्होने कहा कि आम आदमी पार्टी ने विपक्ष पार्टी के रूप में अपनी भूमिका को निरस्त कर दिया है, तथा अकाली-भाजपा गठबंधन कांग्रेस पार्टी को बेनकाब करने के लिए लड़ रहा है।