-एफसीआई द्वारा आढ़तियों और लेबर के 105 करोड़ रुपए की बकाया राशि न जारी करने को लेकर ‘आप’ विधायक ने मोदी को लिखा पत्र
चण्डीगढ़, 8 सितम्बर 2020 (विश्ववार्ता):गेहूं के सीजन दौरान केंद्रीय फूड एजेंसी एफ.सी.आई की ओर से प्रदेश के आढ़तियों और लेबर (पल्लेदार) की 105 करोड़ रुपए की बकाया राशि अभी तक जारी न करने को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सीनियर नेता और विधायक अमन अरोड़ा ने प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी को पत्र लिखा है।
‘आप’ हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा अमन अरोड़ा ने बताया कि पंजाब के किसानों की खरीदी गई गेहूं का बकाया जारी न करने के कारण आढ़तियों और लेबर को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। प्रधान मंत्री को लिखे पत्र में अमन अरोड़ा ने मांग की है कि वह इस मामले में दखल दें और बकाया राशि तुरंत जारी करवाएं।
अमन अरोड़ा ने कहा कि पंजाब के अंनदाता ने इस बार 138 लाख मीटरिक टन गेहूं केंद्रीय अन्न-भंडार में दिया है। जिस में पंजाब के आढ़तियों, पल्लेदारों मजदूरों ट्रांसपोर्टरों ने भी अहम भूमिका निभाई है। जबकि गेहूं के इस सीजन के समय कोरोना की बीमारी बड़े स्तर पर फैली हुई थी, परंतु आज 5 माह बीत जाने के बावजूद भी बहुत से आढतियों और लेबर को बकाया नहीं मिला और वह दर-दर भटक रहे हैं।
अमन अरोड़ा ने बताया कि 138 लाख मीटरिक टन गेहूं में से 123 लाख मीटरिक टन गेहं पंजाब की स्टेट एजेंसियों ने खरीदी। जिसाक बकाया समय पर जारी कर दिए गए, परंतु बाकी 15 लाख मीटरिक टन गेहूं फूड निगम आफ इंडिया (एफ.सी.आई) ने खरीदी। उस का आढ़तियों का कमिशन, लेबर, बोरियों की सिलाई, भरवाई का पैसा जो कि तकरीबन 105 करोड़ रुपए बनता है। वह एफ.सी.आई ने जारी नहीं किया। जिस कारण आढ़तिए और लेबर मुश्किलों का सामना कर रहे हैं, जबकि कोरोना महामारी के दौर में यह बकाया राशि पहल के आधार पर जारी करनी चाहिए थी।
अमन अरोड़ा ने पंजाब के मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह को भी अपील की है कि वह पंजाब के आढतियों और लेबर के हितों को देखते हुए इस मामले में केंद्र सरकार को बकाया जारी करने के लिए पत्र लिखें।