चंडीगढ़, 16 दिसंबर (विश्ववार्ता, गुरप्रीत): राज्य के अतिरिक्तमुख्य सचिव (विकास) विसवाजीत खन्ना ने आज खेती भवन में कृषि विभाग और किसान कल्याण विभाग के मुख्यालय में सिंगल विंडो प्रणाली का उद्घाटन किया जिससे कृषि से सम्बन्धित सेवाएं मुहैया करवाने को समयबद्ध बनाने के साथ-साथ इसमें और ज्य़ादा पारदर्शिता लाई जा सकेगी। इस प्रयास के लिए उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों की सराहना करते हुये कहा कि इससे जहाँ विभाग के कामकाज में पारदर्शिता आयेगी, वहीं हरेक विभाग द्वारा नागरिकों को सेवाएं निर्धारित समय में मुहैया करवाने के राज्य सरकार के मिशन की भी पूर्ति की तरफ कदम होगा। इस अवसर पर विभाग के डायरैक्टर डा. सुतंतर कुमार ऐरी ने बताया कि सिंगल विडो प्रणाली शुरू होने से विभाग के मुख्यालय से राज्य भर के लिए होते कामों और अन्य गतिविधियों को बेहतर तरीके से चलाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इस कदम से कृषि विभाग के कर्मचारियों /फील्ड स्टाफ के दफ़्तरी कामकाज में भी सुधार आऐगा और विभाग द्वारा दी जा रही सेवाओं जैसे कि कीड़ेमार दवाएँ, खादें और बीज आदि के लाइसेंस जारी करने और अन्य विभागीय कामों में भी पारदर्शिता आयेगी।
बूड्डे से की गई पूछताछ से 15 अपराधी साथी गिरफ़्तार, हथियारों समेत कई वस्तुएँ बरामद की
चंडीगढ़, 16 दिसंबर (विश्ववार्ता, गुरप्रीत): पंजाब पुलिस के निरंतर यत्नों स्वरूप गैंगस्टर सुखप्रीत सिंह उर्फ बूड्डे के अर्मीनिया से डिपोरट होने से उसके 15 अपराधी साथियों को गिरफ़्तार किया गया जिससे बड़ी संख्या में हथियार, नशीले पदार्थ और विदेशी नकदी ज़ब्त की गई है।
इन गिरफ़्तारियों में बिदी चंद निवासी खुडडा लहौरा, सेवामुक्त डिप्टी के पासपोर्ट अफ़सर जो कि 2007-2008 के दौरान लोक संपर्क अफ़सर (पी.आर.ओ.), चंडीगढ़ में तैनात था जिसने गौरव पटिआल से 50,000 रुपए लेकर फज़ऱ्ी नाम और पते पर भारतीय पासपोर्ट बना कर उसको सौंपना था। बिदी चंद 2011 में डिप्टी पासपोर्ट अफ़सर के तौर पर सेवामुक्त हुआ था।
इस संबंधी और जानकारी देते हुये डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने बताया कि बूड्डे को अर्मीनिया से वापस लाते समय वह अवैध ढंग से यू.एस. जाने की कोशिश कर रहा था। परमीश वर्मा पर हमला करने के उपरांत बूड्डा अप्रैल 2018 को पंजाब से यू.ए.ई. भाग गया था, जिस दौरान उसने कई देशों की यात्रा की जिसमें यू.ए.ई., चीन, ईरान, रूस, थाईलैंड, इंडोनेशिया, जोर्जीया और सिंगापुर शामिल हैं। जबकि पंजाब पुलिस द्वारा विभिन्न देशों में उसकी यात्रा /स्टे सम्बन्धी गतिविधियों पर पूरी नजऱ रखी जा रही थी।
डी.जी.पी. ने कहा कि पंजाब पुलिस अब इन देशों में उसके संपर्कों का पता लगाने की कोशिश कर रही है और पंजाब पुलिस के सुपरवीजन ऑफ आर्गेनाईजड़ क्राइम कंट्रोल यूनिट की टीमों द्वारा लुधियाना, मोगा, फरीदकोट, खन्ना, एस.ए.एस. नगर अमृतसर में आगे और पड़ताल की जा रही है।
डी.जी.पी. ने बताया कि बूड्डे की निशानदेही पर 6 हथियार जिसमें एक कर्बाईन, 1 बुलटप्रूफ जैकेट, 3 किलो अफ़ीम, 7 व्हीकल, हथियार और कुल 13.80 लाख रुपए की नगदी और 1700 यू.एस. डॉलर उसके अन्य सहयोगियों से बरामद किये गए हैं।
जि़क्रयोग्य है कि बूड्डा निवासी गाँव कुस्सा, जिला मोगा के अर्मीनिया में होने संबंधी पता लगाया गया और इंटरपोल द्वारा जारी रैड कार्नर नोटिस (आर.एन.सी.) के आधार पर उसको पकड़ा गया था और उसको सुरक्षित वापस लाने के लिए यत्न किये गए थे जिसके बाद 23 नवंबर को पंजाब पुलिस द्वारा उसको आई.जी.आई. एयरपोर्ट दिल्ली में गिरफ़्तार किया गया।
सिख जत्थों के साथ लायजऩ अफ़सर और पर्यवेक्षक नियुक्त करने सम्बन्धी आवेदन-पत्रों की मांग
चंडीगढ़, 16 दिसंबर (विश्ववार्ता, गुरप्रीत): पंजाब सरकार द्वारा पाकिस्तान में विभिन्न समागमों पर जाने वाले जत्थों के साथ लायजऩ अफ़सर और पर्यवेक्षक नियुक्त करने सम्बन्धी समूह विभागों में कार्यरत सीनियर सहायक या इससे वरिष्ठ पद पर नियुक्त अधिकारी /कर्मचारियों से आवेदन-पत्रों की माँग की गई है।
पंजाब सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा बैसाखी, शहीदी दिवस श्री गुरु अर्जुन देव जी, पुण्यतिथि महाराजा रणजीत सिंह जी और गुरपर्व श्री गुरु नानक देव जी से सम्बन्धित मौकों पर सिख / सहजधारी सिख यात्रियों के जत्थे पाकिस्तान भेजे जाने की संभावना है। इन जत्थों के साथ जाने के लिए लायजऩ अफ़सर और पर्यवेक्षक नियुक्त किये जाते हैं। प्रवक्ता ने आगे बताया कि वह सभी अधिकारी /कर्मचारी लायजऩ अफ़सर और पर्यवेक्षक बनने के योग्य हैं, जो सीनियर सहायक या इससे वरिष्ठ पद पर नियुक्त हैं। जो अधिकारी /कर्मचारी इन जत्थों के साथ बतौर लायजऩ अफ़सर और पर्यवेक्षक के तौर पर पाकिस्तान जाने के इच्छुक हैं, वह अपने आवेदन-पत्र अपने विभाग के प्रमुख के द्वारा आम राज प्रबंध विभाग, पंजाब सिविल सचिवालय, चंडीगढ़ में 31 -12 -19 तक भेज सकते हैं। इस तारीख़ के बाद भेजे गये आवेदन स्वीकार नहीं किये जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि विभाग के प्रमुख द्वारा यह तस्दीक किया जाये कि आवेदनकत्र्ता के विरुद्ध कोई भी फ़ौजदारी /विभाग कार्यवाही का मामला लम्बित नहीं है। प्रवक्ता ने आगे बताया कि लायजऩ अफ़सर और पर्यवेक्षक की नियुक्ति के लिए उन अधिकारियों /कर्मचारियों के आवेदन-पत्रों पर ही विचार किया जाएंगा, जो 5 सालों के दौरान जत्थे के साथ बतौर लायजऩ अफ़सर और पर्यवेक्षक नहीं गए।
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