लोकसभा चुनावों के बीच चंडीगढ़ में कांग्रेस को बड़ा झटका
सुभाष चावला ने BJP क्यों जॉइन की ?
चंडीगढ, 16 मई (विश्ववार्ता) चंडीगढ़ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और शहर के दो बार मेयर रहे सुभाष चावला अब बीजेपी में शामिल हो गए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल और उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत के करीबी माने जाने वाले सुभाष चावला को एक दिन पहले ही कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने चंडीगढ़ लोकसभा चुनाव में स्टार प्रचारकों की फेहरिस्त में शुमार किया था।
सुभाष चावल भाजपा प्रदेश कार्यालय कमलम पहुंचे और यहां अपने समर्थकों सहित भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद डॉ.सरोज पांडेय, प्रदेशाध्यक्ष जतिंदर पाल मल्होत्रा और भाजपा प्रत्याशी संजय टंडन की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए। इन नेताओं ने सुभाष चावला का स्वागत करते हुए कहा कि पार्टी में उन्हें और उनके साथियों को पूरा मान सम्मान देने का काम भाजपा करेगी।
चावला ने कहा कि, मैं इस गठबंधन को इसीलिए बर्दाश्त नहीं कर पाया। मुझे लगा कि, सत्ता के लिए गठबंधन का जो फैसला लिया जा रहा है वो ठीक नहीं है और इसके साथ ही अब मेरा कांग्रेस में और रुकना उचित नहीं होगा। चावला का कहना है कि मैंने उसी दिन से कांग्रेस छोड़ने का मन बना लिया था जिस दिन गठबंधन को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच पहली मीटिंग होने जा रही थी।
गठबंधन करके कांग्रेस खत्म हो जाएगी
सुभाष चावला का कहना है कि, कांग्रेस ने आप के साथ गठबंधन करके अपने हाथों से अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारी है। जनता को यह गठबंधन बिलकुल रास नहीं आ रहा है। इस गठबंधन के चलते आने वाले समय में कांग्रेस खत्म ही हो जाएगी। कांग्रेस को आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए था।
कांग्रेस छोड़कर आए सुभाष चावला ने यह भी बताया है कि, उन्होंने बीजेपी क्यों जॉइन की है। दरअसल, चावला चंडीगढ़ से लोकसभा उम्मीदवार संजय टंडन से काफी प्रभावित हैं। चावला का कहना है कि, चंडीगढ़ की जनता काफी समय से एक ऐसे उम्मीदवार की तलाश में थी जो एक पार्टी से भी संबंध रखता हो और जनता के बीच भी उसका मधुर और मिलनसार स्वाभाव हो। वो जनता के लिए काम करने वाला हो। चावला ने कहा कि, संजय टंडन वैसे ही उम्मीदवार हैं। जब मुझे पता चला कि, बीजेपी ने संजय टंडन को उम्मीदवार बनाया है तो शायद मैंने ही सबसे पहले बधाई दी थी।
चावला का कहना है कि, संजय टंडन एक ऐसी शख्सियत हैं, जिनमें कई अच्छी ख़ूबियाँ हैं। संजय टंडन ऐसे शख्स नहीं हैं कि चुनाव आया तो राशन बांट दिया। कपड़े बांट दिये। संजय टंडन लगातार सेवा भाव से जुटे रहते हैं और मुझे उनका ये सेवा भाव बहुत पसंद है। चावला ने कहा कि, अक्सर नेताओं का दिन कुछ और होता है और शाम किसी और तरह की होती है लेकिन संजय टंडन की शाम धार्मिक प्रवत्ति की है और जो व्यक्ति धार्मिक प्रवत्ति का होता है। वह अपनी रोज़मर्रा की दिनचर्या में जनता के लिए चार घंटे ज्यादा काम करता है। चावला ने कहा कि, टंडन में एक और अच्छी बात यह भी है कि, उनके मन में कट्टरता नहीं है