चंडीगढ़ पहुंचे बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ,झलक पाने के लिए उमड़ पड़ता है जनसैलाब
चंडीगढ, 16 मई (विश्ववार्ता) बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शाम चंडीगढ़ पहुंचे। वह एयरपोर्ट पर उतरने के बाद सीधा प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल के सैक्टर-32 स्थित आवास आए। जहां उनके स्वागत को लेकर जबरदस्त तैयारी की गई थी। यहां फूल-मालाओं और गाजे-बाजे के साथ धीरेंद्र शास्त्री का स्वागत किया गया। वहीं धीरेंद्र शास्त्री के दर्शन और उनकी एक झलक पाने के लिए लोगों की भारी भीड़ इक_ा हो रखी थी। इस दौरान मीडिया के लोग भी मौके पर मौजूद रहे। वहीं चंडीगढ़ पुलिस के कई कर्मी भी सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ संभालने के लिए मौके पर तैनात रहे।
धीरेंद्र शास्त्री का काफिला कन्हैया मित्तल के आवास के पास पहुंचा ही था कि लोगों की भारी भीड़ ने उनकी गाड़ी को घेर लिया। लोग धीरेंद्र शास्त्री को अपने मोबाइल के कैमरे में कैद करने और उन तक पहुंचने में जुटे हुए थे। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि, धीरेंद्र शास्त्री के सुरक्षा कर्मियों और पुलिस कर्मियों को उन्हें बाहर लाने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। धीरेंद्र शास्त्री के आने पर कन्हैया मित्तल के आवास पर चंडीगढ़ लोकसभा सीट से उम्मीदवार संजन टंडन समेत बीजेपी के तमाम नेता भी पहुंचे हुए थे।
कन्हैया मित्तल के आवास पर धीरेंद्र शास्त्री बहुत ज्यादा देर नहीं रुके। यहां पहुंचने के बाद धीरेंद्र शास्त्री ने लोगों को थोड़ी देर का प्रवचन भी दिया और इसके बाद वह पंचकूला के लिए रवाना हो गए। दरअसल, पंचकूला के सेक्टर- 5 में एक धार्मिक कार्यक्रम में धीरेंद्र शास्त्री शिरकत करने आए हैं। पहले जानकारी मिल रही थी कि, धीरेंद्र शास्त्री की चंडीगढ़ में यह निजी यात्रा है। वह यहां प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल के आवास पर आ रहे हैं। वह सार्वजनिक तौर पर न कथा चर्चा करेंगे और न दिव्य दरबार लगाएंगे।
मालूम रहे कि, इससे पहले धीरेंद्र शास्त्री पिछले साल अक्टूबर में पंजाब के अमृतसर और इसी साल फरवरी में हरियाणा के पानीपत में आ चुके हैं। वहीं मंगलवार रात धीरेंद्र शास्त्री राजधानी दिल्ली में पधारे थे। यहां उन्होंने नंदनगरी में आयोजित संत सम्मेलन में शिरकत की थी।
बागेश्वर सरकार और बागेश्वर बाबा के नाम से मशहूर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पूरे देश और विदेश में चर्चा जोरों पर रहती है। धीरेंद्र शास्त्री जहां चल पड़ते हैं और जहां बैठ जाते हैं तो वहां लाखों लोगों की भीड़ इक_ा हो जाती है। उनकी झलक पाने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ता है। इसीलिए जहां भी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कथा करने पहुँचते हैं तो वहां भीड़ संभालने के लिए भारी पुलिस फोर्स लगानी पड़ती है। धीरेंद्र शास्त्री कथा के दौरान दिव्य दरबार भी लगाते हैं।