उत्तराखंड में आज से शुरू हो रही चारधाम यात्रा के मार्गों पर करीब 200 संवेदनशील भूस्खलन जोन
सभी पैदल मार्गों व संवेदनशील क्षेत्रों में लगेंगे कैमरे, CM ने समिति गठित करने के दिए निर्देश
चंडीगढ़, 10 मई (विश्ववार्ता) उत्तराखंड में आज से शुरू हो रही चारधाम यात्रा के मार्गों पर करीब 200 संवेदनशील भूस्खलन जोन यात्रियों व पर्यटकों के धैर्य की परीक्षा लेंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आगामी चारधाम यात्रा के दौरान सभी पैदल मार्गों व संवेदनशील स्थानों पर सीसी कैमरे लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बिगड़े मौसम के पूर्वानुमान की सूचना यात्रियों तक समय से पहुंचाने के लिए यात्रियों के मोबाइल पर अलर्ट मैसेज की व्यवस्था की जाए।
इन सभी स्थलों के उपचार और सुधारीकरण के लिए डीपीआर तैयार कर ली गई है और इनमें से 60 डीपीआर पर काम शुरू करने को मंजूरी भी मिल चुकी है। इसके बाद ऋषिकेश से रुद्रप्रयाग के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर सबसे अधिक 47 भूस्खलन जोन हैं। इनमें से 42 की डीपीआर तैयार हो चुकी है और 23 को मंजूरी भी मिल चुकी है। इनमें से कुछ पर काम शुरू हो चुका है।
साथ ही पशु संबंधी बीमारी की रोकथाम के लिए पशु चिकित्सकों की तैनाती की जाए। उन्होंने एसडीआरएफ, पुलिस बल, जल पुलिस, गोताखोर व यात्रा पुलिस की तैनाती के निर्देश देते हुए कहा कि आवश्यकता पडऩे पर अस्थायी पुलिस चौकी भी खोली जाए।
बैठक में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, डीजीपी अभिनव कुमार व सचिव मुख्यमंत्री शैलेश बगोली समेत वर्चुअल माध्यम से विभिन्न जिलों के जिलाधिकारी उपस्थित थे।
रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड- 26
चमोली से कुंड 06
धरासु बैंड से फूलचट्टी 46
हरबर्टपुर से बड़कोट बैंड 09
कोटद्वार सतपुली-श्रीनगर 02
जुलीकोट-खेरना-रानीखेत- 02
टनकपुर से पिथौरागढ़ 62
कुल 200