नई दिल्ली,13 सितंबर (विश्ववार्ता) : संसद का मानसून सत्र कल यानि सोमवार से शुरू होने जा रहा है, लेकिन उससे पहले जहां केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह एम्स में भर्ती है, वहीं पर 5 सांसदों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। हालांकि बाकी सांसदों का भी टेस्ट होना बाकी है। जानकारी अनुसार, पिछले कई दिनों से लोकसभा सत्र को लेकर तैयारियां की जा रही है।
इस संबंध में लोक सभा स्पीकर ओम बिरला ने वीरवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि संकट की इस घड़ी में सभी एक हैं। अब वक्त संवैधानिक दायित्यों को पूरा करने का है। सत्र से पहले सभी सदस्यों को अपना टेस्ट कराना होगा। सांसद डिजिटल तरीके से अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकेंगे। इस बार संसद भवन में पूरी तरह से डिजिटल पत्राचार होगा। संक्रमण से बचाने के लिए लगातर सैनिटाइजेशन भी होता रहेगा।
इस बार कोरोना संकट के चलते संसद सत्र में सब कुछ बदला-बदला सा नजर आएगा। संसद सत्र के दौरान कोरोना की गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। लोकसभा हर रोज 4 घंटे बैठेगी. ऐसे में शून्य काल की अवधि भी कम करके आधे घंटे कर दी गई है। सवालों का जवाब भी लिखित रूप में दिया जाएगा।
– बता दें कि सरकार सत्र को लेकर तैयारी पूरी कर ली है. कोविड-19 की छाया में 14 सितंबर से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र के दौरान सांसदों, कर्मचारियों सहित करीब 4000 लोगों के लिये कोरोना वायरस टेस्ट कराने, हजारों की संख्या में मास्क, दास्ताने, सैकड़ों सैनिटाइजर की बोतलें, चेहरे ढकने का आवरण या फेस शिल्ड सहित 18 दिनों के सत्र के लिये कई अन्य व्यवस्थाएं की गई है.
अधिकारियों ने बताया कि सम्पूर्ण संसद परिसर की समस-समय पर साफ सफाई और सैनिटाइज किया जायेगा, वहीं विभिन्न संसदीय कागजातों के अलावा जूता-चप्पल एवं सांसदों के कारों को भी सैनिटाइज करने की व्यवस्था होगी.