लॉकडाउन के दौरान ड्रग्गज़ और पैसों के लेन-देन में सहायता के दोष में पुलिस का एक सिपाही गिरफ़्तार
12 करोड़ रुपए के हवाला लेन-देन का हुआ खुलासा, यू.पी. से रजिन्दर के साले को भी काबू करने में मिली सफलता
चंडीगढ़, 26अगस्त:
पंजाब पुलिस ने पाबन्दीशुदा खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) से संबंधित एक अंतरराष्ट्रीय नार्को-टेररिज़्म रैकेट का पर्दाफाश करते हुए एक वांछित हेरोइन तस्कर राजिन्दर सिंह उर्फ गंजा उर्फ मि_ू को काबू किया है और एक सिपाही को भी गिरफ़्तार किया गया है, जो कथित तौर पर तालाबन्दी के दौरान नशों और पैसों को सुरक्षित आगे पुहंचाने में सहायता करता था।
डीजीपी श्री दिनकर गुप्ता ने बताया कि राजिन्दर के साले को भी इस रैकेट में शामिल होने के लिए उत्तर प्रदेश से गिरफ़्तार किया गया है, जिसको मृत बदनाम आतंकवादी हरमीत सिंह उर्फ पीएचडी का साथी पाया गया है।
श्री गुप्ता ने बताया कि राजिन्दर से एक 0.32 बोर का पिस्तौल और 4 जीवित कारतूस बरामद किए गए और बाद में ज़ीरकपुर के रिवरडेल ऐरोविस्टा में उसके फ्लैट में से 530 ग्राम हेरोइन भी बरामद की गई। राजिन्दर के खि़लाफ़ थाना एसएसओसी, एसएएस नगर में हथियार और एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत एक आपराधिक केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा उसके खि़लाफ़ पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में पहले ही कई और एफआईआर दर्ज हैं और 12 करोड़ रुपए के हवालगी लेन-देन में भी वह शामिल है।
राजिन्दर ने पुलिस को बताया है कि वह नशा सप्लाई के नैटवर्क में जुड़ा हुआ है, जो नवप्रीत सिंह उर्फ नव द्वारा चलाया जा रहा था, जो कत्ल और नशों के कई मामलों में पंजाब पुलिस को अपेक्षित और बदनाम तस्कर है। उसने आगे कुबूल किया कि उसने नवप्रीत सिंह के दिशा-निर्देशों पर पंजाब के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग तस्करों को भारी मात्रा में नशा सप्लाई किया है।
डीजीपी ने कहा कि राजिन्दर के पास नशे की खेप ज़्यादातर श्रीनगर और दिल्ली से पंजाब में बाँटने के लिए आती थीं। नशे के कारोबार से इकठ्ठा किए गए पैसों को वह हवाला चैनलों के द्वारा नवप्रीत को वापस भेज देता था। अप्रैल 2020 में भी, पुलिस कमिश्नरेट, अमृतसर ने एक हिज़बुल आतंकवादी हिलाल अहमद वागे को उस समय गिरफ़्तार किया था जब वह हिज़बुल मुजाहिद्दीन आतंकवादी रिआज़ अहमद नायकू के निर्देशों पर ड्रग मनी इक_ी करने आया था।
डीजीपी ने कहा कि राजिन्दर सिंह उर्फ गंजा ने यू.पी. से नकली दस्तावेज़ों की सहायता से आधार कार्ड और पासपोर्ट बनाया। यह मुलजि़म नज़दीकी भविष्य में भारत से फऱार होने की कोशिश कर रहा था। उन्होंने यह भी कहा कि मुलजि़म ने चंडीगढ़ और अमृतसर के आस-पास के इलाकों में काफ़ी जायदाद भी बनाई हुई है।
गिरफ़्तारियों का विवरण देते हुए डीजीपी ने बताया कि राजिन्दर सिंह उर्फ गंजा उर्फ मि_ू पुत्र जसवंत सिंह निवासी जंडियाला गुरू, अमृतसर को 19.08.2020 को ज़ीरकपुर के इलाके से काबू किया गया था, जिस संबंधी फऱार नामवर तस्कर नवप्रीत सिंह उर्फ नव पुत्र गुरदेव सिंह निवासी गाँव वजीर भुल्लर, ब्यास, अमृतसर के नज़दीकी साथी होने की सूचना है।
डीजीपी ने बताया कि राजिन्दर की सीमा रेखा पर मुजफ्फरनगर से चिराग़ राठी और श्री मुक्तसर साहिब से पुलिस के सिपाही करमजीत सिंह को गिरफ़्तार किया गया, जो मौजूदा समय में डिप्टी डायरैक्टर, चीफ़ केमिकल ऐग्ज़ामीनर के साथ चालक के तौर पर तैनात है। राजिन्दर ने चिराग़ राठी को बड़ी रकम दी, जिसने माना है कि उसने अपने मामा के साथ मिलकर जायदाद और वाहनों की खरीद में एक करोड़ से अधिक का निवेश किया था।
राजिन्दर कई बड़े मामलों में शामिल था, जिसमें हथियार कानून और एन.डी.पी.एस. एक्ट की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत एफ.आई.आर. तारीख़ 31.05.2019 पुलिस थाना तरसिक्का जि़ला अमृतसर (ग्रामीण), में दर्ज है, जो एनआईए की जांच के अधीन है। यह एफ.आई.आर. केएलएफ संगठन के जजबीर सिंह उर्फ जज और उसके नज़दीकी साथी हरमीत सिंह पी.एच.डी. के खि़लाफ़ एफ.आई.आर. दर्ज की गई थी। जजबीर उर्फ जज ने अपनी पूछताछ के दौरान यह भी कुबूल किया था कि अपने नार्को-टेरर के संपर्क राजिन्दर सिंह उर्फ गंजा के द्वारा हेरोइन की सप्लाई करता था। बाद में एक अलग केस में, जजबीर सिंह के कब्ज़े से 2 हैंड-ग्रेनेड बरामद किए गए, जो हरमीत सिंह उर्फ पी.एच.डी. (अब मृत) द्वारा सीमा पार से सप्लाई किए गए थे।
अंमृतसर केस में आगे की कार्यवाही में ख़तरनाक भगौड़े नशा-तस्कर रणजीत सिंह उर्फ चीता को गिरफ़्तार किया गया था और उसने कुबूल किया कि वह नशों की खेप का एक हिस्सा हरप्रीत सिंह उर्फ चिंटू निवासी फिलौर को सप्लाई करता था। नवप्रीत सिंह उर्फ नव बड़ी मात्रा में हेरोइन हरप्रीत सिंह उर्फ चिंटू को सप्लाई करता था। हालाँकि, बाद में उसने नशे के कारोबार में रंजिश के कारण नेकदीप सिंह उर्फ सन्नी के साथ मिलकर हरप्रीत सिंह उर्फ चिंटू को मारने की साजिश रची। तभी राजिन्दर सिंह उर्फ गंजा ने नवप्रीत सिंह के इशारे पर पंजाब में हेरोइन तस्करी के नैटवर्क को चलाना शुरू कर दिया।
राजिन्दर सिंह उर्फ गंजा पुलिस कमिश्नरेट अमृतसर, कपूरथला, और जालंधर (ग्रामीण) में दर्ज एनडीपीएस मामलों में भी वांछित है।