मोहाली 9 अगस्त (सतीश कुमार पप्पी): इंटरनैशनल क्रिकेट स्टेडियम जोकि चंडीगढ के नजदीक लगते खुबसूरत ईलाके मुल्लापुर मे बनकर तैयार हो चुका है का नाम अब महाराजा यादविंदर सिंह स्टेडियम होगा। महाराजा यादविंदर सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के पिता थे। जिन्होने भारत देश मे खिलाडिय़ो व खेलो को बहुत बढावा दिया। महाराजा यादविंदर सिंह ही थे जिन्होने भारत मे पहली एशियन गेम्स करवाये। महाराजा यादविंदर सिंह खेलो के अलावा खासतौर पर क्रिकेट के बहुत बढिय़ा खिलाडी थे। वह 1934 मे भारत के लिए खेलने वाले पहले टेस्ट मैच के खिलाडी थे।
इस संबध मे पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन (पीसीए) के एपेक्स कमेटी के मैंबरो की अहम बैठक कल पीसीए स्टेडियम मे हुई जिसमे मुल्लापुर बने मे क्रिकेट स्टेडियम का नाम महाराजा यादविंदर सिंह रखने का फैसला लिया गया ।
महाराजा यादविंदर सिंह 1938 से लेकर 1960 तक इंडियन ओलॉपिक ऐसोसिएशन के अध्यक्ष रहे। उन्होने यादवेंद्र पब्लिक स्कूल की भी स्थापना की। वह बीसीसीआई के भी अध्यक्ष रहे। इसके अलावा महाराजा यादविंदर सिंह ने देश के खिलाडियो के लिए बनी पटियाला मे अंतराष्ट्रीय स्तर की संस्था एन.आई.एस नैशनल इंस्डिटयूट ऑफ स्पोट्स के लिए जगह भी महाराजा यादवेंद्र सिह ने दान की थी। इसके अलावा उन्होने और भी काफी जायदाद ऐजुकेशन और खेलो को बढावा देने के लिए दान मे दी। बैठक मे कई और अहम फैसले लिये गये।
मुल्लापुर स्टेडियम में क्या खास
मुल्लापुर में भव्य क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण किया गया है। भविष्य में यहां पर इंटरनेशनल मैच होंगे। साथ ही आईपीएल के मुकाबलों के लिए भी यह आदर्श आयोजन स्थल होगा।