प्रमुख सप्लायर और 10 खरीददार फरार, खोज अभियान शुरू – डीजीपी
शराब माफियाओं पर जारी कार्रवाई के चलते पिछले 24 घंटों के दौरान 146 और मामलों में 100 लोग गिरफ्तार
चंडीगढ़, 8 अगस्त:
राज्य में अवैध शराब के कारोबार पर अपनी कार्रवाई को और तेज़ करते हुए, पंजाब पुलिस ने शनिवार को मजीठा से 2 व्यक्तियों की गिरफ्तारी के साथ एक और बड़े नकली शराब मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है।
गुरविंदर सिंह और लवप्रीत सिंह के तौर पर पहचान किए गए दोनों गिरफ्तार व्यक्ति पंडोरी गोला की तरह की ही कार्यविधि अपनाए हुए थे। पंडोरी गोला में, एक पिता और उसके दो बेटे तरनतारन में अवैध शराब की सप्लाई करने में शामिल थे, जहां से सबसे बड़ी संख्या में इस त्रासदी से हुई मौतों की खबर आई थी।
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि राजू, जिससे गुरविंदर और लवप्रीत ने नकली शराब खरीदी थी, फिलहाल फरार है। गुप्ता ने कहा कि वह अमृतसर के सुल्तानविंड का रहने वाला है और उसकी गिरफ्तारी से इस मामले में अवैध कारोबार की पूरी चेन का खुलासा हो सकता है।
पुलिस एक बिक्का नाम के व्यक्ति की भी तलाश कर रही है, जिसने इस मामले में गिरफ्तार दो व्यक्तियों से कथित रूप से शराब खरीदी थी। इसके साथ ही इन दोनों के नियमित खरीदारों के रूप में पहचाने गए नौ और लोगों का पता लगाया जा रहा है। डीजीपी ने कहा कि इन सभी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इन नौ लोगों की पहचान लवप्रीत द्वारा की गई है क्योंकि ये सभी नियमित रूप से उससे शराब खरीद रहे थे।
40 लीटर की क्षमता वाले 4 कैन में कुल 160 लीटर स्प्रिट अल्कोहल सहित 200 लीटर की क्षमता के 2 खाली ड्रम, 40 लीटर की क्षमता के 2 खाली कैन और 2-3 लीटर क्षमता के 7 छोटे पाउच गुरविंदर के घर से जब्त किए गए हैं, जहां से दोनों आरोपियों को पकड़ा गया है।
एस.एच.ओ. मजीठा को मिली गुप्त सूचना के आधार पर यह गिरफ्तारी प्रात:काल की छापेमारी के दौरान की गई। डीजीपी ने बताया कि ए.एस.आई मुखत्यार सिंह और ए.एस.आई निर्मल सिंह के नेतृत्व में मजीठा पुलिस पार्टी ने छापेमारी की।
ज़ब्त की गई शराब की रासायनिक जांच से यह तथ्य सामने आए हैं कि यह शराब पूरी तरह नकली है और मानव उपभोग हेतु पूरी तरह अयोग्य है। डीजीपी ने आगे कहा कि इसके मुख्य रासायनिक तत्वों में 1-प्रोपेनल, आइसो बूटनोल, ऐसीटल, एथिल लैक्टेट और एथिल हैक्सानोएट शामिल थे।
लवप्रीत सिंह, गुरिन्दर सिंह और राजू के विरुद्ध थाना मजीठा में एफआईआर नंबर 150, आई पी सी की धारा 307, 61,1,14 आबकारी ऐक्ट के अंतर्गत दर्ज की गई है।
इस दौरान मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा शराब माफिया के विरुद्ध सख़्त कार्यवाही के दिए गए आदेश के हिस्से के तौर पर पंजाब पुलिस द्वारा राज्य स्तरीय छापेमारियां जारी हैं जिसके अंतर्गत 24 घंटों में दर्ज 146 मामलों में 100 और गिरफ्तारियां हुई हैं।
डीजीपी ने कहा कि उन्होंने जि़ला पुलिस को हिदायत की है कि वह सख़्त चौकसी को यकीनी बनाने के लिए अपने सम्बन्धित जिलों में डिस्टीलरियों में काम कर रहे सभी व्यक्तियों (ट्रांसपोर्टरों, चालकों, कामगारों आदि) के विवरण एकत्रित करें। उन्होंने यह भी बताया कि कल तरनतारन और अमृतसर ग्रामीण में युवा डायरेक्ट पीपीएस ऑफिसजऱ् तैनात किये गए हैं ताकि अवैध शराब और नशों के विरुद्ध और ज्यादा कारगर ढंग से निपटा जा सके।