चंडीगढ़, 17 जुलाई (विश्ववार्ता):इंसाफ को यकीनी बनाना न्याय प्रणाली का मुख्य उद्देश्य है और इसको यकीनी बनाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाने चाहिए। उक्त प्रगटावा लोकपाल, पंजाब जस्टिस विनोद कुमार शर्मा (सेवामुक्त) ने ‘वल्र्ड डे फॉर इंटरनेशनल जस्टिस’ के मौके पर ऑरियनज़ कॉलेज ऑफ लॉ द्वारा करवाए गए वैबीनार में विद्यार्थियों को संबोधन करते हुए किया।
जस्टिस विनोद कुमार शर्मा ने इंसाफ के महत्व पर ज़ोर देते हुए कहा कि यह दिन कानून के सामने समानता का समर्थन करने और पीडि़तों के अधिकारों को सुरक्षित करने सम्बन्धी लोगों को जागरूक और एकजुट करने के लिए मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार आंदोलन के हालिया घटनाक्रम ‘ब्लैक लाईव्स मैटर’ के बाद अंतरराष्ट्रीय इंसाफ की ज़रूरत और ज़्यादा बढ़ गई है। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि हमें अपने आप को इंसाफ और जवाबदेही तय करने को यकीनी बनाने के महत्व को न सिफऱ् कानूनी जि़म्मेदारी के रूप में बल्कि नैतिक ज़रूरत के रूप में याद दिलाना चाहिए।
आखिर में डॉ. अंशु कटारिया ने मुख्य मेहमान का धन्यवाद किया।