31 अगस्त तक टेस्टिंग क्षमता 22 हज़ार 500 प्रति दिन की जाएगी
चंडीगढ़, 9 जुलाई:पंजाब राज्य के चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग द्वारा मिशन फ़तह अधीन राज्य के नागरिकों को कोविड -19 के खतरे से बचाने के लिए पुख़्ता प्रबंध किये गए हैं। इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि विभाग द्वारा सबसे पहले कोरोना टैस्ट करने की क्षमता को बढ़ाने की दिशा में काम किया गया।
उन्होंने कहा कि शुरुआती दौर में राज्य के मैडीकल कॉलेजों पटियाला और अमृतसर में 400-400 टैस्ट प्रति दिन और फरीदकोट में 200 टैस्ट प्रति दिन किये जाते थे, जिनको बढ़ाकर तीन-तीन हज़ार टैस्ट प्रति सरकारी मैडीकल कॉलेज रोज़ाना किया गया और साथ ही लैब टैक्नीशनों और डॉक्टरों को इस बीमारी सम्बन्धी अपनाई जाने वाली सावधानियां, एहतियातों संबंधी जानकारी देने के साथ-साथ इस बीमारी सम्बन्धी नवीनतम खोजों से अवगत करवाने का लगातार कार्य किया जा रहा है।
प्रवक्ता ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा दिए गए लक्ष्य के अनुसार राज्य के सरकारी मैडीकल कॉलेज फरीदकोट, पटियाला और अमृतसर के अलावा केंद्र सरकार की पंजाब में स्थित संस्थाओं, जिनमें पी.जी.आई. चंडीगढ़, इमटैक चंडीगढ़, एम एच जालंधर, आई.आई. एस.ई.आर, मोहाली, एन.ए बी.आई. मोहाली, डी.एम.सी. लुधियाना, सी.एम. सी. लुधियाना, श्री गुरु रामदास कॉलेज अमृतसर सहित 8 निजी लैबों की टेस्टिंग क्षमता 31 अगस्त तक 22 हज़ार 500 टैस्ट प्रति दिन करने के लिए युद्ध स्तर पर प्रबंध किये जा रहे हैं।
प्रवक्त ने बताया कि देश में पंजाब के मैडीकल कॉलेज टेस्टिंग के मामले में प्रति दिन सबसे ज़्यादा टैस्ट कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लेबोरेटरी टेस्टिंग और लैबों की टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने के लिए राज्य सरकार द्वारा एक विशेषज्ञ समूह बनाया गया है, जिसमें बाबा फऱीद यूनिवर्सिटी ऑफ हैल्थ साईंसिज़ के वाईस चांसलर डॉ. राज बहादुर, पी.जी.आई., चंडीगढ़ से डॉ. पल्लभ रे के अलावा बाबा फऱीद यूनिवर्सिटी ऑफ हैल्थ साईंसिज़ के वित्त अधिकारी और खरीद सम्बन्धी प्रोफ़ैसर इंचार्ज और राज्य की तीन मैडीकल कॉलेजों की लैबों के सीनियर फैकेल्टी टैक्निकल माहिरों को शामिल किया गया है। यह समूह पंजाब सरकार के हैल्थ ऐडवाईजर डॉक्टर के के तलवार के नेतृत्व में इस सम्बन्धी काम कर रहे हैं।
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