जैतो , 6 जुलाई ( रघुनंदन पराशर /विश्व वार्ता ) भारत में अक्तूबर से रुई के माल की आमद घरेलू मंडियों में आरंभ हो जाती है। कपड़ा मंत्रालय के अनुसार कपास सीज़न 1 अक्टूबर से सितंबर माह तक चलता है। भारत में नए कपास सीज़न साल 2020 – 2021 में भी कपास उत्पादन रिकॉर्ड रहने की संभावना है क्योंकि किसानों का इस बार कपास निगम लिमिटेड सीसीआई ने कई हजार करोड़ रुपए की कपास न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी है। एग्रीकल्चर फार्मर वैलफेयर मंत्रालय के अनुसार मोदी सरकार द्वारा इस साल भी कपास के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि करने से किसानों ने कपास बुआई में अच्छी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। मंत्रालय के अनुसार देश में 2 जुलाई तक आगामी नए कपास सीज़न साल 2020 – 21 के लिए किसानों ने पंजाब में कपास की बुआई 5.015 लाख हेक्टेयर में की है जबकि हरियाणा 7.370 लाख, राजस्थान 6.278 लाख, गुजरात 15.718 लाख , महाराष्ट्र 33.079 लाख , मध्यप्रदेश 5.400 लाख , आंध्र प्रदेश 0.901 हेक्टेयर , तेलंगाना 15.395 लाख , कनार्टक 2.036 लाख, तामिलनाडु 0.048 हेक्टेयर व ओड़ीसा 0.437 हेक्टेयर में कपास की बुआई की है। उपरोक्त तारीख तक किसानों ने कुल 91.672 लाख हेक्टेयर में बुआई की जा चुकी है और किसान तेजी से बुआई में जुटे हुए हैं। मंत्रालय के अनुसार भारत में पिछले साल इस अवधि के दौरान मात्र 45.850 लाख हेक्टेयर में ही कपास की बुआई हुई थी। भारत में नारमल क्षेत्र कपास का रकबा करीब 126 लाख हेक्टेयर से अधिक रहता है।